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विकम
शोध विषय
लेखक विश्वविद्यालय सन् ४६. ए क्रिटिकल स्टडी प्रॉफ द लाइफ डॉ. विमलप्रकाश जैन जबलपुर १९६८
ऑफ जम्बूसामि ऑन द वेसिस ।
ऑफ जम्बूसामि चरिउ अॉफ वीर ५०. डास्ट्रिन अॉव मेटर इन जैनिज्म डॉ. जे. सी. सिकदार, जबलपुर १६६८ ५१. उत्तराध्ययन सूत्र का समालोचना- डॉ. सुदर्शनलाल जैन, बनारस १९६८
त्मक अध्ययन ५२. जैनधर्म में अहिंसा विचार डॉ. वशिष्ठनारायणसिन्हा बनारस १९६८ ५३ भिक्षु साहित्य का समालोचनात्मक डॉ. छगनलाल शास्त्री, बिहार १९६८
अध्ययन ५४. जैन तर्कशास्त्र में अनुमान प्रमाण डॉ. दरबारीलाल कोठिया, बनारस १९६८ ५५. मध्यकालीन हिन्दी जैन साहित्य प्रो. गदाधरसिंह मगध
(वि. स. १६००-१८००) ५६. जैन राजनीति
डॉ. श्यामसिंह जैन आगरा ५७. प्राचार्य जिनसेन : व्यक्ति एवम् डॉ. राजकुमार जैन प्रागरा
कृतित्व ५८. हिन्दी के जैन पुराणों की परम्परा डॉ. रवीन्द्रकुमार जैन वैकटेश्वर
का हिन्दी के अन्य पुराणों की .
तुलना में अध्ययन ५६. मध्यकालीन हिन्दी काव्य में डॉ. प्रेमसागर जैन आगरा
रहस्यवाद और उनका तुलनात्मक
विवेचन ६०. हिन्दी जैन कवियों का काव्य- डॉ. महेन्द्रसागर प्रचण्डिया,प्रागारा
शास्त्रीय, अध्ययन ६१. आठवीं से दशवीं शताब्दी तक डॉ. पुष्यमित्र जैन आगरा
भारतीय राजनीतिक चिन्तन
धारा का अध्ययन ६२. हिन्दी गद्य-साहित्य को
डॉ. श्रीचन्द्रपाल शर्मा आगरा जैन लेखकों की देन ६३. जैन गणित
श्री हरिश्चन्द्र गर्ग प्रागरा ६४. पं. प्राशाधर : व्यक्तित्व और श्री कपूरचन्द्र जैन आगरा
कृतित्व
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