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संपादक लक्ष्मणभाई भोजक हाथीहे एक चांदी होय तनीरी ओषद । जुनी आफु जुनी हुई पीतपापडा बकायनरा बीज ए ओषद भेला सम भाग लीजे नाना बांटजे पछे. बासो पानीसु ऊपर चोपडजे चांदी ऊपर लगावजे दीन ७ समाध होय । हाथीहे एक चांदी चौफेर चोरो दीजे पछ धमासो भरीजे दीन २१ समाध होय ।
हाथीहे कुलनबाय रोग कहोजे । ते क्रीम जानजे तनीरी परीख्या तनीरा लक्षण तनीरी ओषद । श्लोक .
पिष्टतप्यंशुकाश्रेष्टेहेकीकरसी । ___ कुष्टंबंषेदयं प्रेसत्वातम:पाणाया भवेत् ॥१॥ (१)
पगानी संघ फूटतो होय पग झाटके च्यारि पग कुटे पलपलमें बेसे ते कुलनबाय रोग कहोजे तनोरी ओषद । नेगडका बीज सेर २ कायफल १ अरडुसो. सेर २ धतुरा पान सेर २ भांग पे० १० सेर ५ के माजने सर्व ओषद क.... _ F.11.....आँखां धुधलो सुझे तनीरो ओषद । जायका फूलको रस कसतुरी मोरमली कंस अंजन आफुस खरी साकर ए ओषद मर्व मुढाकी लबसु आंखा आजजे दोन २१ समाध होय ।
हाथीरा बाल बधवारी ओषद । आवलो के कोडी कंद मेनसल गायका घीवसु बाल चोपडजे दीन ३० हाथीका बाल बधे सहो ।
हाथोको जोत झंखी पडो होय तनोरी ओषद । मीरी टं०२ गायका घीवमाहे घसी आंखा माजन कीजे दीन२१ समाध होय । . हाथ हे बाय होय तनीरी ओषद । नेगड सेर१ साखा होली पंचांग सेर २ एरंडका पानको रस सेर २ चोपचीनी सेर २॥ भसंघ सेर २ लसन सेर ४ ए ओषद सर्व नानी बांटकर लोयो करजे लंघन दीन १ की करावजे पाछे ओषदको लोयो कर दीजे प्रमान पे० ५ भर जोको कुचि माहे दोजे दीन २१ समाध होय ।
हाथीहे बेमची होय तनीरी मोषद । स्यालको मास पिपलकी कांसो सीसमगे तेल माहे स्यालरो मास ए ओषद सब तलजे धंतुराको रस तेल माहें नाख में चांदी उपर आषद तेल चोपडजे पछे धोरा छोड्डा नाना बांट चांदी ऊपर भुरकावजे पछे चांदो ऊपर कायफल नानो बांट भुरकावजे दोन २१ समाध होय ।
हाथीहे एक टोटको कीजे तो हाथी ठाण मावे नही महावतहे तथा ओर आदमीहे चढवा नु दे सबहे मारे र बिफयों रहें सदा ते करबारी बिध । बान्याकी हाट दीतवार की रात्रि जाजे अर ऊडद मुठी सात चुरावजे टोकवा नु दीजे ऊनटी घण्टो बिन बसतरे पीसावजे मसानकी आग रो
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