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झिनकू यादव
76 वासुदेवशरण अग्रवाल-हर्षचरित एक सांस्कृतिक अध्ययन, फलक 20, चित्र 78 77 दशरथ शर्मा-अर्ली चौहान डायनेस्टीज, पृ. 263 में उद्धृत । 78 यास्तिलक-पृ. 367 (कुण्डलाभ्यामलकृतश्रवणा)। 79 वही पु. 159 ( कपोलकान्तिकुण्डलितमुखमडलम् ) 80 आदिपुराण 33/124 : 9/190 : 14/11 । 81 वहीं 4/177 . 15/189 । 82 वही 3/781 83 वहाँ 16/331 84 सम०क. 1, 1317. 714.15, 16, 724 । 85 वासुदेवशरण अग्रवाल-हर्षचरित-एक सास्कृतिक अध्ययन, पृ. 131। 86 वही पृ. 176 में उधृत । 87 आदिपुराण-29/1671 88 समक. 1, पृ. 31 2, 100 7, 638। 89 अमरकोष 216/107 (केयूरमगद तुल्ये)। 90 भर्तृहरि 2/19 (कयूरा न विभूषयन्ति पुरुष . ) देखिये-घुवश 6/68, कुमारसभव 7/69 * यणस्तिलक पृ. 617 (केयूर चरणे घृत विरचित हस्ते च हिजीरिकम् )। 91 समक. 2, पृ. 96, 98। 92 दशरथ शर्मा-अर्ली चौहान डायनेस्टीज, पृ. 262 । 93 यशस्तिलक-पृ० 67 (सरत्नोमिकामरण ) 94 वही-उत्तर० पृ. 131 (प्रसादीकरोत्यमगुलीयकम् )। 95 हर्षचरित 1, पृ. 10 (कम्युनिर्मितोर्मिका)। 96 के. मजूमदार-चाक्याज आफ गुजरात, पृ. 359 में उद्धृत । 97 सम००6, पृ. 597 (ठवेमि एवस्स समीवे छिन्नकण्णकठाहरणं)। 98 भर्तृहरि० 2/71 (दानेन पाणिन तु कैकणेन विभाति ..) 99 मशस्तिलक प. 151 100 सम०० 2, 482, 95 4, 2696,493. 7,639:8, 744.9,911 101 हितोपदेश 2/71 (नहि चूडामणिः पादे नपुरं मूनि धार्यते)। 102 भादिपुराण 7/237. 12/22 5/268. 7/1291 103 दशरथ शर्मा-अर्ली चौहान डायनेस्टीज, 2621 104 वासुदेवशरण अग्रवाल-हर्षचरित-एक सांस्कृतिक अध्ययन, पृ. 61 । + 103 समक. 4.4.254.2851 1106 भगवतीसूत्र 11/11/430 ।
107 माविपुराण 16/501 . 108 सम०० 2; पृ. 76, 85, 91,99, 100: 3, 220:5, 380, 452-6,
495:7,610-11, 627, 639,698.9:911। . 109 ऋतुसंहार 1/4. 2/18: मेघदूत-उत्तरमेघ 30 : कुमारसंभव 5181