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March-2002
स्वाभाविक रीते ज समजी शकाय तेम छे के गोशाल मंखलिपुत्ते करेला तेजोलेश्याना प्रहारने लीधे व्याधिग्रस्त थयेला भगवाने, पोताना व्याधिनुं निवारण करवा माटे रेवती श्राविका पासेथी, काकजंघा, शाक न लाववानुं अने चित्रकथी भावित शितिवार-शाक व्होरी लाववानुं सिंह-मुनिने सूचन कर्यु हतुं.
आम, साव सीधी वात होवा छतां, परिभाषा अने संदर्भना अजाण एवा कोई कोई विद्वान मांसाहारसूचक अर्थोने वळगी रहीने भारे गरबड सरजे छे. ताजेतरनो एक दाखलो जोईए :
बेल्जियमना विद्वान प्रा. जोसेफ देल्यु (Jozef Deleu) ए आ सूत्रनो अनुवाद आ प्रमाणे कर्यो छे.
He (mahavira) orders Siha to go the woman Revati at Mendhiyagama and ask for to send the Cock killed by the cat to Mahavira instead of two Pigeons she was Preparing for him. After having eaten the Cock Mahavira immediately regains health his. (Viyahapannatti p. 219).
आ अनुवाद केटलो भूलभरेलो छे ते तपासवा जेवू छे.
मूल सूत्रमा “मज्जारकडए कुक्कुडमंसए" छे, तेनो अनुवाद, “The Cock killed by the cat" करी दीधो छे ! कडए नो अर्थ killed केवी रोते थाय ? तेटलो विचार को होत तो आवी गरबड न थई होत.
ए ज रीते निघंटुशास्त्रनो विचार को होत तो कपोतनो अर्थ Pigeons अने कुक्कुटनो अर्थ Cock करवा टाळी शकायुं होत.
-शी.
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