________________ 18 अनुसंधान-२४ ढाल कडखानी // असाउरी // सखी देखीइ जैन सुलतान आयु, भविकजन कोडि आनंद पायु मुनिपती नरपती गुणीअ सुंदरमती, त्रिभोवनि हीरजी हर्षे गा[यु] ॥स० 1 // गाजता गयवरा हींसता रयवरा, नरवरा सुरवरा खेचरा सोहइ / पालखी डोल चकडोल सुखआसनां -सनारूप थई जगत्र मोहइ // 2 // शाह अकबर सबरसेन स्युं सामही याउ कहि पुत्र वड शाह काजे / -करीअ तसलीम सेषूजी गुर लेनकुं, आवहि साइ(ह) चक्रवर्ति दिवाजइ ||3|| बहुल नीसाणकी वाणि घूम्मइ सही, गहगही सपत वाजित्र वाजइ / व्यवध नफेरीआं मदन वड भेरीआं, नेरीआं शब्द असमान गाजइ // 4 // ताल कंसाल रणकाल(?) मन मोहतां, राग के अंग मीरदंग जोडी / याचका व्यवध गुणगंज मन रंजस्यु, भणइ सो यूथ मिलि लक्ष कोडी / / 5 / / छत्रचामर झगइ पानसोविन भगि, लगि असमान झंडाल नेजा / कामिनी सीस लीइ कलश सोविनतणा, झलहलि सोइ त्रिभुवन तेजा // 6 // धरणितल-फ(पु?)शंकला(ल)नेउर जरजरी, रेसमा हुर भाती विछायु / कहत शंकर सदा कोडि मंगल मुदा, धर्मदा हीरसूरिंद पायु / / 7 / / ढाल 4 // राग गुडी // दूहा / / शुभदिन जाई गच्छपती, श्रीअकबर प्रति धर्म / आसीसा देई वदइ, पूछइ बहुला मर्म // 1 // गौड चौड कर्णाटना, कासमीर ग्वालेर / वादी पुर पइठाणना, गूजरउर आसे(र) // 2 // इम वादी विकट गोरख वडा मुकंद (?) व्यवध वाद जीतइ व्यकट शांतिचंद भाणचंद // 3 // सरसंधी को न - सकइ, मोड्या मान मरट्ट / वाचक ..... विबुधस्यूं, हीर लहि जयवट्ट // 4 // Jain Education International For Private & Personal Use Only www.jainelibrary.org