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________________ [८] २२ कर्मग्रन्थादि यन्त्र सुमतिवद्धन P/. विनीतसुन्दर १६वीं, अ० ख जयपुर, हरि लोहावट, २३ कर्मबन्धविचार (पन्नवणानुसार) रामचन्द्र P), शिवचन्द्रोपाध्याय १९०७ ग्वालियर अ० २४ कर्म विचारसार प्रकरण साधुरंग P/. भुवनसोम आद्यपक्षीय १६वीं अ० राप्राविप्र जोधपुर २८४३ गुटका २५ कर्मविपाक, कर्मस्तव स्तबक सुमति P/. जयकी तिपिप्पलक १७वीं अ० चारित्र राप्राविप्र बीकानेर २६ कर्मसम्बेध देवचन्द्रोपाध्याय P/. दीपचन्द्र १८वीं मु० ख० जयपुर २७ कर्मस्तव स्वोपज्ञ टीकासह, जिनवल्लभसूरि P/. अभयदेवसूरि १२वीं उल्लेख, पाइअभाषा अने साहित्य पृ० १६०, मूल मुद्रित भाष्य रामदेव गणि P/. जिनवल्लभसूरि १२वीं अ० अभय बीकानेर, २६ , विवरण कमलसंयमोपाध्याय १५४६ अ० पुण्य अहमदाबाद, भांडाकर पूना ३० कल्पप्रकरण बालावबोध मेरुसुन्दरोपाध्याय //. रत्न मूत्ति १६वीं अ० ३१ कायस्थिति प्रकरण बालावबोध साधु की त्ति P/. अमर माणिक्य १६२३ महिमनगर अ० धरणेन्द्र, जयपुर ३२ कालचक्रकुलक जिनप्रभसूरि P/ जिनसिंहसूरि १४वीं अ० अभय बीकानेर ३३ कालस्वरूपकुलक जिनदत्तसूरि P). जिनवल्लभसूरि १२वीं मु० ३४ , टीका जिनपालोपाध्याय P/. जिनपतिसूरि १३वीं मु० ३५ क्षुल्लक भवावलिका स्तोत्र जिनचन्द्रसूरि P/. जिनहर्षसूरि, पिप्पलक, १७वीं डंगर जेसलमेर, ३६ क्षेत्रसमास प्रकरण बालावबोध उदयसागर P/. सहजरत्नपिप्पलक १६५६ उदयपुर मु० क्षमामाणिक्य P/. १९वीं अ० वर्द्धमान भं, बीकानेर ३८ क्षेत्रसमास प्रकरण बालावबोध क्षेम P!. रत्नसमुद्र १७वीं अ० महिमा बीकानेर वृद्धि जैसलमेर उदयचन्द जोधपुर, बाल २७२ श्रीदेव P/ ज्ञानचन्द्र १८वीं अ० नाहर कलकत्ता, विनय कोटा यन्त्र ____ सुमतिवर्द्धन P), विनीतसुन्दर १६वीं अ० उदयचन्द जोधपुर, खजान्ची बीकानेर ४१ गणधरवाद बालावबोध क्षमामाणिक्य P/. १८३८ अ० वर्द्धमान भं० बीकानेर, ४२ गत्या दिमार्गणा स्वोपज्ञ टीका देवचन्द्रोपाध्याय P), दीपचंद्र नूतनपुर १७८२ मु० ४३ गाथासहस्री समयसुन्दरोपाध्याय १६६८ मु० विनय ६२५, बाल ३५८ ४४ गुणस्थानक अधिकार देवचन्द्रोपाध्याय P/, दीपचन्द्र १८वीं मु० ४१ गुणस्थानक्रमारोह बालावबोध श्रीसारोपाध्याय P/, रत्नहर्ष १६९८ महिमावती अ० फतहपुर भंडार ४६ गुणस्थान प्रकरण बालावबोध शिवनिधानोपाध्याय १६६२ सांगानेर अ० केशरिया, जोधपुर, ४७ गुणस्थान शतक स्वोपज्ञटीका देवचंद्रोपाध्याय P), दीपचंद्र १८वीं मु० ४८ गुरुगुणषट्त्रिंशिका स्तबक ४६ चतुरशीतिराशातनास्थान वि० जिनप्रभसूरि P/, जिनसिंहसूरि १४वीं अ० संघ भंडार पाटण ५० 'चत्तारि परमंगाणि' टीका समयसुन्दरोपाध्याय १६८७ पत्तन अ० Jain Education International For Private & Personal Use Only www.jainelibrary.org
SR No.210438
Book TitleKhartarvaccha Sahitya Suchi
Original Sutra AuthorN/A
AuthorAgarchand Nahta, Bhanvarlal Nahta
PublisherZ_Manidhari_Jinchandrasuri_Ashtam_Shatabdi_Smruti_Granth_012019.pdf
Publication Year1971
Total Pages72
LanguageHindi
ClassificationArticle & Catalogue
File Size4 MB
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