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________________ [ १२ ] टीका १६वी. १४३ १४६ १३६ षट्स्थान प्रकरण टीका जिनपालोपाध्याय P/. जिनपतिसूरि १२६२ श्रीमालपुर मु. १४० षष्टिशतकप्रकरण नेमिचन्द्रभण्डारी पिता जिनेश्वरसूरिद्वि० १३वीं० मु. १४१ गजसार P/, धवलचन्द्र अ० दानबी०राप्राविप्र जोध १४२ तपोरत्न P/. १५०१ मु० विनयकोटा ६३३ राजहंस P/. हर्षतिलक लघुखरतर १५७६ सिकंदरपुर दि० भण्डारसूचीभाग ४ १४४ टिप्पणक भक्तिलाभ P/. जिनचन्द्र १५७२ अ० दि०भण्डार सूचीपत्र भाग ४ १४५ बालावबोध जिनसागरसू० P/. जिनेश्वरसूरि पिप्पलक १४६१ अ० धर्मदेव P/. क्षान्तिरत्न १५१५ अ० विजयेन्द्रसूरि सं० आक० पेढी १४७ मेरुसुन्दरोपाध्याय P/. रत्नमूर्ति १६वीं मु० १४८ विमलकीर्ति P/. विमलतिलक १७वीं० अ० सेठिया बीकानेर १४६ षोडशकप्रकरण टीका (हारि०) अभयदेवसूरि P/. जिनेश्वरसूरि १२वीं० अ० केशरिया जोधपुर १५० संग्रहणी अवचूरि साधुसोम P/. सिद्धान्तरुचि १५१० मांडवगढ़ अ० जेसलमेर भण्डार १५१ टीका गुणविनयोपाध्याय P/. जयसोम १७वीं० अ० अनंतनाथ ज्ञानभं० बंबई १५२ , बालावबोध आनन्दवल्लभ P/. रामचन्द्र १८८० अजीमगंज अ० ज्ञानभण्डार बीकानेर १५३ , , शिवनिधानोपाध्याय १६८० अमरसर अ० ख० जयपुर राप्राविप्र जोधपुर १५४ ___, यन्त्र सुमतिवद्धन P/. विनीतसुन्दर १९वीं० अ० ख० जयपुर, विनय ४२४ १५५ संदेह दोलावली प्रकरण जिनदत्तसूरि PP. जिनवल्लभसूरि १२वीं० म० १५६ , बृहद्वृत्ति प्रबोधचन्द्रगणि P/. जिनेश्वरसूरि १३२० प्रल्हादनपुर मु० १५७ , लघुटोका जयसागरोपाध्याय १४६५ अ० अभय बीकानेर, विनय ६०२ १५८ , पर्याय समयसुन्दरोपाध्याय १६६३ १५६ सप्ततिका भाष्य अभयदेवसूरि P/. जिनेश्वरसूरि अ० १६० , टिप्पणक रामदेवगणि P/. जिनवल्लभसूरि १२वीं० अ० हरिलोहावट १६१ सप्ततिशतप्रकरण वालाबोध धर्मकीर्ति P/. धर्मनिधान अ.क्षमा बीकानेर १६२ सम्बोध अष्टोत्तरी ज्ञानसार १८५८ अ० क्षमाबीकानेर, अभयबीकानेर १६३ सम्बोधसप्तति टीका गुणविनयोपाध्याय P/. जयसोम १६५१ मु० विनय ६३२ १६४ , बालावबोध मेरुसुन्दरोपाध्याय P/. रत्नमूर्ति १६वीं० अ० डूंगरजेसलमेर, ख० जयपुर १६५ सम्यकत्वकुलक बालावबोध मतिकीर्ति P/. गुणविनयोपाध्याय १७वीं० अ० महरचंद भ० बीकानेर १६६ सम्यक्त्वभेद क्षमामाणिक्य P/. १८३४ राजपुर अ० वर्द्धमान भं० बीकानेर १६७ सम्यक्त्वविचारस्तवबालावबोध चारित्रसिंह १६३३ झर्भरपुर अ० डूंगरजेसलमेर, अभय बीकानेर विनय ७४२ १६८ सम्यक्त्वसप्तति टीका संघतिलकसूरि रुद्रपल्लीय १४२२ सारस्वत मु. पत्तन १६६ सम्यकत्वस्तवावचूरि गजसार Pा.धवलचन्द्र १६वीं० अ० ख जयपुर अ० १२वीं १७वीं० Jain Education International For Private & Personal Use Only www.jainelibrary.org
SR No.210438
Book TitleKhartarvaccha Sahitya Suchi
Original Sutra AuthorN/A
AuthorAgarchand Nahta, Bhanvarlal Nahta
PublisherZ_Manidhari_Jinchandrasuri_Ashtam_Shatabdi_Smruti_Granth_012019.pdf
Publication Year1971
Total Pages72
LanguageHindi
ClassificationArticle & Catalogue
File Size4 MB
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