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________________ भारत की खोज लेकिन सुबह से शाम तक महावीर ये ही चिल्लाते हैं कि चोरी मत करो! हिंसा मत करो! इससे क्या पता चलता है। इससे दो बातें हो सकती हैं, या तो महावीर का दिमाग खराव रहा हो या समाज खराव रहा हो। तो मझे लगता है कि महावीर का दिमाग को खराव नहीं था। समाज चोरों और वेईमानों का रहा होगा इसलिए वेचारे महावी र को सुबह से शाम तक यही समझाना पड़ता है। शिक्षाएं बताती हैं कि लोग कैसे थे? शिक्षाओं से पता चलता है कि लोग कैसे थे? शक्षाएं खबर देती हैं कि किनको दी गईं होगी, महावीर और बुद्ध से पता नहीं चल ता कि जमाना कैसा था। महावीर और बुद्ध की शिक्षाओं से पता चलता है कि जमा ना कैसा था। क्योंकि महावीर, वृद्ध से तो महावीर वूद्ध का पता चलता है कि वह कैसे थे। लेकिन शिक्षाओं से पता चलता है कि जिनको वह शिक्षा दे रहे थे वह कैसे दुनिया की पुरानी से पुरानी किताब यही कहती है कि आज कल के लोग खरा ब हो गए हैं पहले के लोग अच्छे थे। चीन में छः हजार वर्ष पूरानी किताब और उसकी भूमिका को अगर पढ़ें तो ऐसा ल गेगा पूना के किसी दैनिक अखवार में एडिटोरियल लिखा हो। भूमिका में लिखा हुआ है कि आजकल के लोग विलकुल ही अनैतिक हो गए हैं। दुराचारी हो गए हैं व्या भचारी हो गए हैं, आजकल के लोग बिलकुल धार्मिक नहीं रहे, आजकल के लोगों में कुछ नहीं रहा जो अच्छा है। पहले के लोग बहुत अच्छे थे, छः हजार साल पहले की किताव है। तो पहले के लोग कव थे जो अच्छे थे। कभी थे अब तक ऐसी एक भी किताब नहीं मिली है। जिसमें यह लिखा हो कि इस समय के लोग अच्छे हैं। सब कितावें कहती हैं कि पहले के लोग अच्छे थे। यह पहले के लोग वहुत काल्पनिक म लूम पड़ते हैं। यह पहले के कुछ अच्छे लोगों की स्मृति के कारण सारे लोगों को अच् छे मानने की कल्पना मालूम पड़ती है। मैंने सुना है बिलीरोम में खुदाई करने वाले पुरातत्व के खोज करने वाले लोगों को एक ईंट मिली है जो ईंट अंदाजन दस हजार से पंद्रह हजार साल पुरानी होनी चाहि ए, उस ईंट की पर जो लिखा हुआ है उसको खोज करने वालों ने पता लगाया है ि क क्या लिखा है? उस ईंट पर एक मोटो लिखा हुआ है, चोरी करना पाप है।' पंद्रह हजार साल पुरानी ईंट पर लिखा है, 'चोरी करना पाप है।' क्या मतलब है इस वा त का? इसका मतलब है कि पंद्रह हजार साल पहले की चोरी, बड़े जोर से चल र ही थी। ईंटों पर लिख कर मकानों पर लगाना पड़ता था चोरी करना पाप है।' लोग कहते हैं कि मकानों में ताले नहीं लगाने पड़ते थे। इसका एक ही कारण हो स कता है कि लोग ताला बनाना ना जानते हों। चोरी तो जारी थी। या इसका दूसरा कारण यह हो सकता है कि ताले में रखने योग्य पास में कुछ भी ना रहा हो। लेकि न चोरी तो जारी थी क्योंकि पुरानी से पुरानी किताब कहती है कि चोरी करना पा प है। चोरी नहीं करनी चाहिए, चोरी करने वाले को नरक में सड़ना पड़ता है। चोर Page 111 of 150 http://www.oshoworld.com
SR No.100003
Book TitleBharat ki Khoj
Original Sutra AuthorN/A
AuthorOsho Rajnish
PublisherOsho Rajnish
Publication Year
Total Pages150
LanguageHindi
ClassificationInterfaith & Interfaith
File Size1 MB
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