________________
CROSISSIOISISTRICT विधानुशासन DECISIPISOTEISISIOTES
ओ
औ
NPTET
दहनं कुभं केन स्याद भस्मोत्सर्गध रेचकैः शोष दा होज्नं कुर्यात् प्रणवैरेव मंत्रवित्
॥४॥ पुरुष मंत्र को कुंभक प्राणायाम से मल को जलावे दाह करे और रेचक से भस्म को फेंके। इस प्रकार गावों के निमित्त कर शोषण सुखाना दाह जलाना और उसका त्याग करे इस प्रकार कर्ममल का जलाना सुखाना और त्याग करना ई मंत्र के साथ करे।
95015015TRASTRIESDM ७४ PISIOISTRISTOTRICTSIDESOIN