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प्राकृत भारती पुष्प-104
प्रधान सम्पादक : महोपाध्याय विनयसागर
कलिकाल-सर्वज्ञ श्री हेमचन्द्राचार्य रचित त्रिषष्टि-शलाका-पुरुष-चरित
[ हिन्दी-अनुवाद] पर्व : ७, माग : ५
[ जैन रामायण ]
अनुवादक श्री गणेश ललवानी
एवं श्रीमती राजकुमारी बेगानी
प्रकाशक
प्राकृत भारती अकादमी, जयपुर श्री जैन श्वेताम्बर नाकोड़ा पार्श्वनाथ तीर्थ, मेवानगर