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प्राकृत भारती पुष्प :77
त्रिषष्टिशलाकापुरुषचरित
द्वितीय पर्वगत भ. अजितनाथ एवं सगर चक्री चरित
अनुवादक : श्री गणेश ललवानी
एवं श्रीमती राजकुमारी बेगानी
प्रकाशक:
प्राकृत भारती अकादमी, जयपुर श्री जैन श्वेताम्बर माकोड़ा पार्श्वनाथ तीर्थ, मेवानगर