________________
स्तोग साहित्य ]
श्रीजन
सेवक जनन सदाशिव सुखकार ए।
इति श्री मल्लिनाथ व संपूर्ण भार्या जवादे पठनार्थ ।
|
७२४२. महामहर्षिस्तवन- पत्र सं० २ मा० १०x४३ भाषा-संस्कृत X | । इश्व | विषय - स्नोष । र०काल X | ले० काल X। वेटन सं० ३५७ | प्राप्ति स्थान दि० जैन मन्दिर लश्कर जयपुर ।
७२४३. महर्षि स्तवन - x | पत्र सं
१
। पूर्ण वेष्टन सं० ३७७
सो र०का X ले काल
जयपुर:
विशेष प्रति संस्कृत
७२४४. महर्षि वन स्तोम । २० काल Xx दीवानजी कामा ।
1
७२४५. महाकाली सहस्रनाम स्तोत्र - x 1 पत्रसं० २६ । आ० ६९४ संस्कृत विषय स्तोष १० बाल X ले०काल सं० १७८४ । पूर्ण वेष्टन सं० ८०४ म० वि० जैन मन्दिर अजमेर ।
।
विशेष गुटका साइज में है।
७२४६. महाविद्याचकेश्वरी स्तोभ - X संस्कृत विषय स्तोष । २० काल X। ले० काल. X जैन मंदिर पार्श्वनाथ इंदरगढ़ (कोटा)
1
-
या सहित है।
X पत्र० ८ ० १२५ इंच भाषा-संस्कृत विषयपूर्ण वेटन सं०] १८६ प्राप्ति स्थान दिजैन मंदिर
० १०५ भाषा-संस्कृत विषयप्राप्ति स्थान दि० जैन मन्दिर लश्कर
विषय-मंत्र शास्त्र २० का X ले० काल X पार्श्वनाथ मन्दिर इस्वरगढ (कोटा)
पत्र० १२०
पूर्ण वेष्टन सं० १२०
७२४७. महाविद्या स्तोत्र मंत्र - XI पत्र सं० ३ | ० १०३४४
पूर्ण
वेष्टन
[ ७५३
७२४८. महावीर स्तवन- जिनवल्लभ सूरि स्तोष । १० काल ले०काल पूर्ण बेष्टन सं० १२१
भरतपुर ।
च । भाषाप्राप्ति स्थान
इति थी स्याद्वाद सुन श्री महावीर जिनस्तवन संपूर्ण
७२५०. महावीरनी स्तवन- सकलचन्द्र पत्रसं० २ विषय- स्तयन ए०काल X ले०काल x पूर्ण वेटन सं० ३ बोरसती कोटा |
४३ भाषाप्राप्ति स्थान दि०
भाषा-संस्कृत । ० १०५ प्राप्ति स्थान दि०जैन
पत्र ०४ भाषा प्राकृत विषय प्राप्ति स्थान दि०जैन पंचायती मंदिर
विशेष-पं० बोसा ने पं० वं के पडनार्थं विधी ७२४६. महावीर स्तवन- विनयकीति ० ३ ० १०४ इंच भाषा हिन्दी । विषय स्वन १० काल X लेकास X पूर्ण वेष्टन सं० ३३५-४०५ प्राप्ति स्थान दि० जैन संभवनाथ मन्दिर उदयपुर
अन्तिम भाग -
० १०४४ इन्च भाषा हिन्दी प्राप्ति स्थान दि० जैन मन्दिर