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________________ लोक विज्ञान ]. - विशेष मानपुरा में लिखा गया था। पत्र स० ५२ लोक वर्णन ६०४५ फुटकर सर्वय्या - ०काल Xx पूर्ण वेष्टन स० ४२४-१६० प्राप्ति स्थान दि० जैन मन्दिर कोटडियों का 'गरपुर | । । पत्रसं० ६०४६. भूकंप एवं भूचाल वरन X १० १ गद्य 1 र० काल x । ले० काल X। श्रपूर्ण । देष्टन सं० २०२ फतेहपुर शेखावाटी (सीकर) | ६०४७. संघापरिण - हेमसूरि पत्र स० ४८० हिन्दी विषय लोक विज्ञान । र०का X ले०काल x पूर्ण स्थान- दि० जैन मन्दिर नेमिनाथ टोडारायसिंह (टोंक) | विशेष - प्रति हिन्दी टव्वा टीका सहित है x । का X | से०काल व ० १०३४४ व । प्राप्ति स्थान विशेष प्रशस्ति संवत् १४३९ वर्षे वैशाख सुदी ३ । — ६०४८. क्षेत्रन्यास - X | पत्र सं० ३ । आ०१० X ६ ६ भाषा - हिन्दी | विषयलोक विज्ञान। र०काल X से०काल x पूर्ण वेष्टन सं० २१३ प्राप्ति स्थान दि० जैन मन्दिर राजमहल टोंक । ६०४९. क्षेत्र समास टोक विज्ञान मन्दिर अभिनन्दन स्वामी बूंदी। [ ६१९ । भाषा - हिन्दी दि० जैन मन्दिर । पत्र ० २३० १०x४ ६४ सं १४३६ पूर्ण वेष्टन स० २८० 1 " भाषा प्राकृत - x ४३ बेन सं० १३४९ प्राप्ति भाषा प्राकृत प्राप्ति स्थान विषयदि० जैन
SR No.090396
Book TitleRajasthan ke Jain Shastra Bhandaronki Granth Soochi Part 5
Original Sutra AuthorN/A
AuthorKasturchand Kasliwal, Anupchand
PublisherPrabandh Karini Committee Jaipur
Publication Year
Total Pages1446
LanguageHindi
ClassificationCatalogue, Literature, Biography, & Catalogue
File Size30 MB
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