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________________ [ प्रन्थ सूची- पंचम नाग ३३०५. जम्बूस्वामीचरित्र पाण्डे जिमवास प० ३-४६ प्रा० १०३५३ । माषा - हिन्दी (१०) | विषय - चरित्र र० काल सं० १६४२ भादवा बुदी ५। ले० काल । पू । वेष्टन सं० २६ प्राप्ति स्थान दि० जैन पंचायती मन्दिर कामा । विशेष – प्रति अशुद्ध है । ३२४ ] ३३०६. प्रति सं० २। पत्रसं० ६७ ० X ४ इव । ले० काल सं० १८८९ अपूर्ण । वैन सं० ६७ प्राप्ति स्थान दि० जैन पंचायती मन्दिर कामा । विशेष – प्रतिजीं है। कामा में प्रतिलिपि हुई थी। ३३०७. प्रति सं० ३ सं० १२० ग्रा० ४ x ४३ ले०का स० १६२२ मार्गशीर्ष प्राप्ति स्थान दि० जैन पंचायती मन्दिर करौली । । ग्यानीराम ने सवाई जंपुर में प्रतिलिपि की थी । पत्र १२७ से चौबीसी बीनती विनोदीलाल लालचंद कृत बीर है। सुदी ११ पूछें बेटन सं० १०५ विशेष- प्रति गुटकाकार है ३३०८. प्रतिसं० ४ पत्र सं० १२५ । आ० x ५ इञ्च । ले०काल सं० १६२५ फागुन सुदी १ । पूर्ण । वेष्टन ०५ | प्राप्ति स्थान - दि० जैन मन्दिर पंचायती दूनी (टोंक) । अन्तिम संवत सोलासं तौ भए, वियालीस ता उपरि गए । भादों बुदि पानी गुरुवार त दिन कथा कीयो उचार ॥ अकबर पातसाह कउ राज, कीन्ही कथा धर्म के काजु । कोर धर्म निधि पासा साह, टोडर सुत भामरे साहू || तार्क नाम कथा ईह घरी, मधुरा पासे नित ही करी ॥ रबदास पर मोहनदास, रूपमंगदु बरु लक्ष्मीदास । धर्म बुद्धि तुम्हारे हियो नित्य, राजकर परिवार संजुत ॥ पढ़ें सुने जे मन दे कोय, मन बछित फल पाव सोय ।।१।। मिती फागुन सुदी १ शुक्रवार सं० १६२५ को सदा सुख वेद ने पूर्ण नगर में प्रतिलिपि की थी। ३३०८. प्रति सं० ५ पत्र [सं० २६ । चा० ११३८ इच से०काल सं० १०५४ यपूर्ण दे० ० ४६ / २५ प्राप्ति स्वामदि० जैन मन्दिर भागती दूनी (टोंक)। ३३१०. प्रतिसं ६ ० २५२ ० १२४ ६३ च वेष्टन सं० ६९ प्राप्ति स्थान- दि० जैन मन्दिर फतेहपुर शेखावाटी (सीकर) । विशेष- सं० १८४१ की प्रति से प्रतिलिपि की गई थी। ३३११. प्रतिसं० ७ 1 काल सं० १९२० । पूर्ण । ० २०० ११३६ इच। ते० काल सं० १९६४ मंगसिर गुदी पूर्ण वेष्टन ८० १५० प्राप्ति स्थान दि० जैन मंदिर फतेहपुर शेखावाटी (सीकर)। - विशेष प्रति सुन्दर है । ३३१२. प्रति सं० ८ पत्र सं० ३६ ॥ श्र० ११४५३ इंच । ले० काल सं० १७४५ वैशाख सुदी १३- पूर्ण वेटन सं० ११७ प्राप्ति स्थान दि० जैन मंदिर बोरसली कोटा । विशेष --- ताजगंज आगरा में प्रतिनिधि हुई ।
SR No.090396
Book TitleRajasthan ke Jain Shastra Bhandaronki Granth Soochi Part 5
Original Sutra AuthorN/A
AuthorKasturchand Kasliwal, Anupchand
PublisherPrabandh Karini Committee Jaipur
Publication Year
Total Pages1446
LanguageHindi
ClassificationCatalogue, Literature, Biography, & Catalogue
File Size30 MB
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