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________________ ग्रन्थ एवं नयकार ] [ १३४१ ग्रंथकार का नाम ग्रंथ नाम ग्रंथ सूची ग्रंथकार का नाम नथ नाम नथ सूची पत्र सं० पत्र सं० प्रा० मेरुतुग-- प्रबन्ध चितामणि सं० शफीति सूरि- पंचेन्द्रिय संवाद हि ११८८ महापुरुष चरित्र सं० यशकीर्ति- कांजिका ब्रतोद्यापन सं० ६०७ मूक्तिमुक्तावली सं० गीत हि० १०२६ यह कोपिन मेरुम दनअजितशांति स्तवन हि. ६३२ चौबीस तीर्थकर भावना मेरुसुदर-- शीशोपदेशमाला सं. हि. १०२५ दुःखहरण उद्यापन सं. मेहउ.प्रदिनाथ स्तवन हिक चपरमेष्ठी गीत हित मोतीराम- चौबीस तीर्थकर भारती हि० १०६७ बारहवत हि० १०५८ सम्मेदशिखर महालय मंगलाष्टक ख० ११०१ हि० १२७ योगीवाणी हि० १०२४ मोतीलाल भ० यशकीर्ति- सुकुमाल चरित्र हि०४१४ (पन्नालाल)बालप्रबोध त्रिशतिका सुदर्शन चरित्र भाषा हि हि. १४२ भरकत विलास हि. हनुमचरित्र हि० ४१६ जीबन्धर चरित्र प्रबन्ध मोहन--- चादगजानी हाल दि. धर्मशार्माभ्युदय टीका मोहनदास- मात्मशिष्यावरणी हि चन्द्रप्रभ चरित्र पर० मोक्षमार्ग बावनी हि पाण्डवपुराण अपभ्रंश २८७ मोहनदास कायस्थ- स्वरोदय हि० ५६२ हरिवंशपुराण अपभ्रश पं० मोहनलाल- कल्याणमन्दिरस्तोत्र वनिका हि० ७१६ श्री यशसागर प्रमाणनय निर्णय सं० मोहन विजय-- मानतुग मानवती हि गरिण ११६९ ब्रह्म यशोधर- गीत पद हि० १०२६, प्रा० यतिवृषभ- तिलोयपग्णति प्रा० ६१० १०२७ ६७३ यशकोर्ति--
SR No.090396
Book TitleRajasthan ke Jain Shastra Bhandaronki Granth Soochi Part 5
Original Sutra AuthorN/A
AuthorKasturchand Kasliwal, Anupchand
PublisherPrabandh Karini Committee Jaipur
Publication Year
Total Pages1446
LanguageHindi
ClassificationCatalogue, Literature, Biography, & Catalogue
File Size30 MB
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