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१२८८ ]
[ ग्रंथानुक्रमणिका
५२७
D
ग्रंथ नाम लेखक भाषा पत्र संख्या | ग्रंथ नाम लेखक भाषा पत्र संख्या सामुद्रिका माता
सारस्वत वृत्ति-मरेन्द्रपुरी संग ५२६ सामुद्रिक सुरूप लक्षण
१०२५ सारस्वत व्याकरण सारचतुर्विशंतिका-सकलकीर्ति
सारस्वत व्याकरण दीपिका-भ चन्द्रकीति सरि सार चौवीसी-पार्श्वदास निगोत्या हि० १५५ सारसमुच्चय सं० १७५, | सारस्वत व्याकरण पत्र संधि-अनुभूति स्वरूपाचार्य
सं० ५२६ सारसमुच्चय-कुलभद्राचार्य
सारस्वत सूत्र
सं० ५२७
सारस्थत सूत्र-अनुभूति स्वरुपाचार्य सं०५२७ सार समुच्चय
हिल १०५८ सारस्वत सूत्र
५२७ सार सिद्धान्त कौमुदी
सं. ५२१ सारस्वत मूत्र पाठ सार संग्रह
सं० ५२१, | सारोद्धार
५६६, ११७१ | सारोद्धार-हर्षकीति सार संग्रह-महावीरावार्य सं० १२०५ सार्स उपद्वीपपुजा--विष्णु भूषण
६३० सार संग्रह- वरदराज
सं० २६३ | सार्द्धद्वय द्वीप पूजा-आमचन्द्र सं० ६३०, मार संग्रह-सुरेन्द्र भूषण स०६७८
६३१ सार संग्रह
प्रा० १७५
सायद्वीप पूजा-सुधासागर सं० १३१ सारणी
साद्धय द्वीप पूजा
मं०८८३,
९३१,६३२ सारद लक्ष्मी संबाद--वेगराज हि० १०३७ | सालिभद्र चौपई—जिनराअसूरि हि० १०६२ सारस्वत चन्द्रिका-अनुभूति स्वरूपाचार्य सं० ५२१
सावित्री कथा सारस्वत टीका
५२१ | सास बहू का भाड़ा-देवा ब्रह्म' हि १००७, सारस्वत टीका सं० ५२१,
१०१२, १०६५ सांग्य प्रवचन मुत्र
सं० २६३ सारस्वत दीपिका ति--चन्द्र कीर्ति सं० ५२२ |
सांख्य सप्तति
२६३ सारस्वत धातुपाठ-अनुभूति स्वरूपाचार्य
शिखरजी की चौपई-केशरीसिंह सं० ५२२ | सिज्माय-जिनरंग
१०६१ सारस्वत प्रकरण
सं. सिज्झाय - मान कवि
१११७ सारस्वल प्रक्रिया अनुभूति स्वरूपाचार्य
सिद्ध कूट पूजा
६३२ सं ५२३, सिद्ध क्षेत्र पूजा ५२४, ५२५, ५२६, ६५४ सिद्ध क्षेत्र पूजा-दौलतराम
६.३२ सारस्वत प्रक्रिया
सं. ५२६ | सिद्ध क्षेत्र पूजा-प्रकाशचन्द्र सारस्वत प्रक्रिया-परियाजकाचार्य सं १२०५ सिद्ध क्षेत्र पूजा सारस्वत प्रक्रिया चुत्ति-महीभट्टाचार्य सं० ५२६ सिद्ध क्षेत्र पूजा-स्वरूपचन्द सारस्वत दृत्ति
५२६ | सिद्ध गिरि स्तवन-खेम विजय सं०
सं.
सं.
५२२
६३३