________________
प्र'धानुक्रमणिका ]
ग्रंथ नाम
लेखफ
महावीर जिनवृद्धि स्ववन महावीर निर्वाण कथा
महावीर पूजा - वृन्दावन महावीर वीनतीजादिचन्द्र महावीर सलावीस भव परिष
भाषा
समयसुन्दर हि०
सं०
हिन्
fige
प्रा०
महावीर समस्या स्वपन
सं०
महावीर स्तवन- जिनवल्लभ सूरि प्र० महावीर स्तवन-विनयकीर्ति
fze
महावीर स्तवन चन्द्र
महावीर स्वामीगो स्वशन
महावीर स्तोत्र वृति- जिनग्रम सूरि सं०
fige
महावीर स्तवन- समवसुन्दर महावीर स्तोत्र - विधानन्दि महासरस्वती स्पोन
सं०
सं०
महा शांतिक विधि
-
पत्र सख्या | ग्रंथ नाम पत्र सख्या
-
हि
हिο
महासती समाय
महिम्न स्तोष-पदंताचार्य महोपाल चरित्र — वीरदेव गरिए प्रा०
महीपाल परित्र चारित्र भूषण सं०
महरा परीक्षा
मृग चर्म कथा
मृगापुत्र
बेलि मृगापुत्र सरकाय
मृगावती चरित्र - समय सुन्दर मृगांक लेखा चौपई-मानुचन्द मी संवाददेवराज
मृगी संवाद चोप
७५३
७५४
ex
६४१
७६७५
१०६५
सं
६३
हि० ११९५
७५४
३६७
३६७,
*
२६० ३६६
महीपाल चरित्र भाषा नथमल दोसी हि० महीभट्ट काव्य महीभट्ट सं० महीभट्टी प्रक्रिया प्रनुभूति स्वरूपाचार्य सं० ५१० महीभट्टी व्याकरण - महीभट्टी
स०
५१७,
५.१८
स०
सं
हि
figo
त्रि.०
हि०
हि०
७२१
४६६
८२३
हि
११६१
३६७
७७४
७५३
१११७
४६७
E
४६७
३७०
१६१
६४४.
९८२, १०६३
१५४
मृत्यु महोत्सव
से क
मृत्यु महोत्सव
भखरा मूछ कपा
पत्र संख्या
सं० 2e8,
१९२, १०११, १०४०, १०८१
मृत्यु महोत्सव भाषा सदासुख कासलीवाल
हि
मारक पद संग्रह -- माणकचन्द
मातृका निबंदु - महीषर
माधवनिदान - माधव
माधवानल चौपई
सकारात
माधवानल प्रबन्धपति भानगीत
―
-
भाषा
माधवनिदान टीका
वारपति सं०
माधवानल कामरुन्दला चौपई—कुल लाभ
राज०
हि
डि.
हिο
हि·
भागतु मानवती - मोहन विजय हि० मानव मानवती चोपई रूपविजय हि मान बनोसी भगवतीवास हि० मान बावनी
मान बावनी मोहर
मान बावनी- मनोहर
-
सं०
हि०
हि०
सं०
मान भद्र स्तवन- मारक
मान मंजरी - नन्ददास
सं०
१२६५
हिο
हि
हिο
हि
हिन्
हिं०
मान विनय प्रबन्ध
माया कल्प
मायागीत
मायागीत प्र० नारायण
मार्गला चर्चा
मागंणा स्वरूप
मागंणा सत्ता त्रिभंगी - नेमिचन्द्राचार्य प्रा०
मा हृदयस्तोत्र
सं
सं०
११६३,
१९६४
??&*
११३७
153
६२२
५८६.
보드
५८१
हिन्
हि०
हि०
प्रा०सं०
४६६
४६७
£55
६२७
११३१
११५८
११९५
१०५८
६७३
११०८
११०६
७५४
५३९४
११०९
*૨
६२६
****
११४४
६६२
७८
७८
७५४