SearchBrowseAboutContactDonate
Page Preview
Page 1318
Loading...
Download File
Download File
Page Text
________________ १२५८ ] [ ग्रंथानुक्रमणिका प्रय नाम लेखक सं. बखारा बगलामुखी स्तोत्र बरवालों के ५२ गोत्र-- बधेरवास छंद बटोई मौत बड़। पिंगल बणजारा गीत भाषा पत्र संख्या | अथ माम लेखक भाषा पत्र संख्या व्या हलो हि १०१% अवाज्योति स्वरूप-श्री बराचार्य स. २१४ ब्रह्मतत्यकरण-मास्कराचार्य प्रा० ११६१ ब्रह्म के लक्षण सं० ११२७ ब्रह्म पूजा सं०१० ब्रह्म बावनो-निहालबन्द हि. १४३ हि. ११६४ ब्रह्म महिमा हि. १०४३ अध विलास- भैया भगवतीदास हि०६७० ६७१, ६७२. ६६८, १०५१, १०७२, ११३३ ९८५ [ ब्रह्म बिलास के अन्य पाठ - भैया भगवतीदास बसाजारा गोत-कुमुदचन्द्र सूरि ११६१ ] ब्रह्म वैवर्त पुराण सं० ११६२ बाजारो रासो-नागराज हि ११५१ | ब्रह्म सूत्र सं. ११६२ बसीस दोष सामयिक १०६६ बाईस अभक्ष्य वर्णन हि० १४२ बत्तीस लक्षण छप्पय-गंगादास हि० ५५५ | बाईस परीषह बनारसी विलास-जगजीवन १७४४, ११२४ ६६६, ६३३ | बाईस परीष --भूधरदास हि. १४२ ६६५, १०१२. छाईस परीषह कथन-भगवतीदास हि० ११३३ १०१८, १०३१, दाईस परीषह वर्णन १०४५, १०५२, ११६८ ११४० बारह अनुप्रेक्षा १०२३ बभरा गीत हि. ६२ १०२३ बलिभद्र कृष्ण माया गीत बारह अनुप्रेशा-लूराम बलभद्रगीत-अभयचन्द्र मूरि हि०१६ बारहखडी बलिमद गीत-सुमति कीति । ९८४ बलिभद्र चौपई १०२५ | बारहखडी--कमल कीलि १०५३ बलिभद्र भावना १०२४ बारहखड़ी-कनक कीति १०५४ बलभद्ररास-ब. यशोधर बारहखडी-दत्तलाल बलिभद्र विनती ११६८ बारहखड्डी-वेगराज हि १०३७ बलिभद्र वीनती-मुनिचन्द्र १०७१ / बारहखड़ी-सुदामा हि. १०६८ बलि महानरेन्द्र चरित्र १८७ बारहखड़ी --- सूरत हि. १०३० बसन्तराज टीका-भानुचन्द्र गरिण १०४२, १०४३, १०५६, १०७५, १०७७, १०७८ सं १०७८, १०७६, १०८०, १०९५ बसंत वान-कालिदास सं. ३५७ बारह सावना हि २१४ बहसर सीख हि. १०५६ । १०४३, १०६५, १०६७
SR No.090396
Book TitleRajasthan ke Jain Shastra Bhandaronki Granth Soochi Part 5
Original Sutra AuthorN/A
AuthorKasturchand Kasliwal, Anupchand
PublisherPrabandh Karini Committee Jaipur
Publication Year
Total Pages1446
LanguageHindi
ClassificationCatalogue, Literature, Biography, & Catalogue
File Size30 MB
Copyright © Jain Education International. All rights reserved. | Privacy Policy