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ग्रन्थानुक्रमणिका ]
[ १२५१
हि.
प्रय नाम लेखक भाषा पत्रसंस्था | ग्रंथ नाम लेखक भाषा पत्रसंख्या पावपुराण-पद्यकीति अपभ्रश २६० | पार्श्वनाथ स्तवन-विजय वाचक हि० १०६१
-गूधरदास हि० ३४६,२४७, पार्श्वनाथ स्तुलि-बलु हि ४५ ३४८, ३४९, ३५०, ३५१, ३५२.६६३, | पार्श्वनाथ स्तोत्र
स. ७३५, १०३०,१०३६, ११०७
७७४, १०४२, १०४४, १०६५, १०८३, पार्चपुराण-रइबू अपनश २६०
११०८, ११२२, ११२५ पाशीपुराण-वादिचन्द्र
सं० २९० | गाश्यनाथ स्तोत्र-द्यानतराय हि १११४ पार्श्वनाथ मष्टक-विश्वभूषण
५७७ पार्श्वनाथ स्तोत्र-पद्मनन्दि सं०७३५,११२७ पार्श्वनाथ कथा--जिनदास हि० १०१६ पार्श्वनाथ स्लोर-पयनमदेव से० ७३५,६५० पार्वनाष कवित्त-भूधरवास हि०६६E | पानाथ स्तोत्र-राजसेन सं० ११२४ पार्श्वनाथ गीत - मुनिलावण्यसमय हि० ११३७ पाशा केली
हि० ५५२,५५३ पाश्र्वनाथ चरित्र-म. सकलकीति सं० ३४६ १४५, ६६५, १००६, १०८६, १०१४, ११३० पारवनाय चिन्तामणिदास
६५८ | पाशा केवली - गर्ग मुनि सं० ५५२, पार्श्वनाथ के छद पार्श्वनाथ छेद-इर्षकीति
७३३ [पाशाकेवली भाषा
हि०५५३,५५४ पार्श्वनाथ छंद-लब्धरुचि
पाड़ दोहा-धोगपन्नमुनि अपभ्रश २०८ पार्श्वनाथजी छुद संबोध
पांचपखी कथा - ब्रह्म विकम हि० ११३१ पार्श्वनाथ जयमाल
१११७
पांचोंगति की बेलि-दूर्षकीति हि ११.२ पावनाय की निसाणी १०३० | पावापुर गौस-नखराज
१०६२ पार्श्वनाथजी की निशानी-जिनहर्ष हि
पिंगल रूपदीप भाषा पार्श्वनाथ पूजा
सं०
पिंगल विचार
पिगल शास्त्र-नागर.ज प्रा० ५९४ पार्श्वनाथ पूजा – देबेन्द्रकीति सं०६४ पिंगल सारोद्धार
५६५ पार्श्वनाथ पूजा-वृन्दावन
पिंडविशुद्धि प्रकरण
प्रा० ८६४ पार्श्वनाथ मंगल
पिंडविशुद्धि प्रकरण पाश्वनाथरास-कपूरचन्द
पुपपासव कहा-पं० रहषु अप०
१०२२ पुष्यासत्र कथा कोश-मुमुक्षु रामचंद्र पार्श्वनाथ विनती
सं० ४५६,४५७ पार्श्वनाथ विनती-मुनि जिनहर्ष हि. पुष्पानव कथाकोण भाषा-दौलत राम कासलीवाल पार्श्वनाथ का सहेला
हि०४५७,४५८ पार्श्वस्तवन सं.
४५६,४६० पार्श्वनाथ सावन
पुण्य की जयमाल
हि० हि.
१११७ पार्श्वनाथ (देसंतरी) स्तुति-पासकवि
पुण्य पुरुष नामावलि
सं० ११८६ ७२४ पुण्यफलपार्श्वनाथ स्तवन
६७७, | पुण्यसार चौपई-पुष्यकीति १०२५ पुण्याह मंत्र---
सं० ११५१
दिल
[८५
हि.
पन
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