SearchBrowseAboutContactDonate
Page Preview
Page 1247
Loading...
Download File
Download File
Page Text
________________ ११८६ ] [ ग्रन्थ सूची पंचम माग १०४८५. नलोदय काव्य - X। पत्रसं० २०० १०३४४३ भाषा संस्कृत विषय - काव्य । १० काल X | ले० काल सं० १७१२ वैशाख सुदी । पूर्ण न सं० ६१५ प्राप्ति स्थानभ० दि० जैन मन्दिर अजमेर। विशेष - नलदमयंती कथा है । १०४८६. नवपद फेरी - X काल । पूर्णं । वेष्टन सं० ६५६ १०४८७. नवरत्न कविस - X | पत्र सं० १ विविध २० काल X। ०फाल x | पूर्ण वेटन सं० | । । लश्कर जयपुर । १०४८८. नवरत्न काव्यः - X पषसं० २ ० १०४ भाषा-संस्कृत विषयकाव्य र०काल x | प्रे० काल x । । पूर्ण वेन सं० २६१ प्राप्ति स्थान दि० जैन मन्दिर लटकर जयपुर | १०४८२ प्रति सं० २ पत्रसं०] १ मा० १०x४३ दस से० काल X पूर्ण मेटन सं० २६२ प्राप्ति स्थान- वि० जैन मन्दिर लश्कर जयपुर पत्र० ६ प्राप्ति स्थान २०४६० प्रतिसं० ३ पत्रसं० १ ० ११X५ इस ले० काल X वेष्टन सं० २१३ | प्राप्ति स्थान जैन मन्दिर लश्कर, जयपुर। भाषा संस्कृत विषय विविध । २० काल X | दि० जैन पंचायती मन्दिर भरतपुर । १०४११. नारचन्द्र ज्योतिष पंथ-नारचन्द्र पत्रसं० २४ ० १२७ इन्च | भाषा - हिन्दी । विषय५३१ । प्राप्ति स्थान दि० जैन मन्दिर । ज्योतिष | २० काल X ले०काल सं २०५६ माह बुदी ३ पूर्ण जैन तेरहपंथी मन्दिर (बसपा) वैदिक साहित्य | र०काल X 1 ले काल X। पूर्ण अभिनन्दन स्वामी बूंदी | १०४६३. नित्य पूजा पाठ संग्रह - X विषय - पूजा र० काल X। ले०काल X | पूर्ण दलाना (बूंदी) विशेष --- हिन्दी में धर्म दिया हुआ है। केला नगर में मुनि सोगारथमल ने प्रतिलिपि की भी । - भाषा संस्कृत विषय वेष्टन सं० ४४ प्राप्ति स्थान दि० १०४६२. नारदोष पुरारा - X पत्र० ३० ग्रा० ६३५३६ | । भाषा संस्कृत विषय वेष्टन सं० २०६ प्राप्ति स्थान दि० जैन मन्दिर पत्र० १९ धा० १०३ x ५ इन्च बेष्टन सं० २१९ प्राप्ति स्थान पत्रसं० २ पूर्ण 1 १०४६४. निर्वारण काण्ड भाषा- भैया भगवतीदास पत्रसं० ४ पा० २३४६ ॥ भाषा - हिन्दी (पद्य) विषय-स्तवन, इतिहास ० काल सं० १७४१ ०काल सं० १६५० पौष सुदी २। पूष्ट० १५१ प्राप्ति स्थान दि०जैनलाल पंचायती मन्दिर अलवर | विशेष प्रति स्वर्णाक्षरों में लिखी हुई है। मुभी रिसकलासजी ने लिखवाकर प्रति विराजमान की थी । १०४६५ निर्वाण काण्ड गाथा - विषय-इतिहास] [२०] कॉल X सेकास सं० १८२७ जैन मन्दिर लश्कर जयपुर । भाषा संस्कृत । दि० जैन मन्दिर ० १०५ । भाषा प्राकृत नेन सं० २५७ प्राप्ति स्थान दि०
SR No.090396
Book TitleRajasthan ke Jain Shastra Bhandaronki Granth Soochi Part 5
Original Sutra AuthorN/A
AuthorKasturchand Kasliwal, Anupchand
PublisherPrabandh Karini Committee Jaipur
Publication Year
Total Pages1446
LanguageHindi
ClassificationCatalogue, Literature, Biography, & Catalogue
File Size30 MB
Copyright © Jain Education International. All rights reserved. | Privacy Policy