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११०४ ]
प्राप्ति स्थान- दि० जैन पंचायती मन्दिर भरतपुर (अशिष्ट)
१०१०६. गुटका सं० १ पसं० १०६ भाषा हिन्दी-संस्कृत के० काल x पूर्ण वेष्टन [सं० २०६ ॥
विशेष सामान्य पाठों का संग्रह है।
१०१०७. गुटका सं० २०६५। भाषा - हिन्दी ले० काल X पूर्ण वेष्टन | | । ।
१३४ । भाषा - हिन्दी-संस्कृत 1 ले०काल सं० १९५०
सं० २०४ |
पत्रस०
१०१०८. गुटका सं० ३ भादवा सुदी २ पूर्ण । वेष्टन सं० २०८ | विशेष—कोई उल्लेखनीय पाठ नहीं है।
१०१०६. गुटका सं० ४ पत्रसं०] १४५ भाषा हिन्दी संस्कृत ले०का X 1 पूर्ण । वेन सं० २०३ ।
१०४१.६२४ भाषा - हिन्दी-संस्कृत व्हाल X चपूर्ण
agri० १९४ ॥
१०१११. घुटका सं० ६ सं० ३४ भाषा-संस्कृत ०० १९५२ पूर्ण वेष्टम सं० १६५ ॥
विशेष – तत्वार्थ सूत्र भक्तामर स्तोत्र आदि पाठ है।
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१०११२. गुटका सं० ७ पत्र सं० ८० भाषा हिन्दी से काल सं० १९२११ष सुदी ११ । वेष्टन सं० २००१
विशेष तर्फ बर्खेन, मृत्यु महोत्सव, गुणस्थान वर्णन, व्रतों का वन द्यर्थप्रकाशिका से लिया गया है । आदित्यवार की कथा भी हैं।
१०११३. गुटका सं० ८ पत्र सं० १४१ । भाष- हिन्दी-संस्कृत । ले-काल x । पूर्णं ।
वेन सं० २११ |
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विशेष – सम्यक्त्व के ६७ भेद, निर्धारण काण्ड, भक्तामर स्तोत्र सटीक (हकीर्ति) नवमंगल, राजुल पीनी (विनोदीलास) सुरत की अठारह नाता, मोक्ष पंडी पद संग्रह है।
प्राप्ति स्थान दि० जैन मन्दिर लश्कर, जयपुर
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१०११४. गुटका सं० १ पत्रसं० ७३
पूर्ण वेष्टन सं० २२१ ।
विशेष निम्नं पाठों का संग्रह - १. पंच बघावा (हर्षकीर्ति)
२. आदिनाथ मंगल (रूपचन्द २. खण्डेलवाल जाति उत्पत्ति
४. सरस्वती पूजा
५. कक्का
६. पद
मनराम
भूलो मन भ्रमरा भाई
[ ग्रन्थ सूची- पंचम भाग
प्रा० ७५ इन्च भाषा हिन्दी । ले० का X
भाषा हिन्दी
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