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________________ बुटका संग्रह 1 [ १०२७ १९१ ७४, मीत ६० यशोधर हिन्दी पच (तोररिग अावी वोग दस्युरे पशूड़ा पारिध पेखीर) ७५. अजितनाथ गीत म यशोधर ७६. गीत १६१-६२ (प्रणम् नेमि कुमार जिरिंण संवा धरउ) ७६. नेमिगीत ० यशोधर १९२ हिन्दी पद्य (प्रसूड़ा तोरगि परिहरी) ७७ नेमिगीत १६२-६३ ने भि निरंजन निरोपम तोरगि पड़ा निहाली रे) ७८. पात्रंगीत १६३ (मूरति मोहण वेल मणीजि प्रवर उपमा कहु कुरण दीजि) ७६. नेमि गीत १६३ (पसूड़ा काररिण परहरयु रे राजिल सरसु राज) ८०. नेमिगीत १६३ (गुल्ल चढीरे निहालि निरोपमा प्रावतु नेमिकार) ५१. जैन बरणजारा रास १६३-६६ ८५. भावना मांतर १९६-२०१ ८३. सिद्ध धुल रत्नकीति २०१-२०३ ८४. राजुल नेमि लावण्यसमय २०३-५ प्रबोला ५५. यशोधर रास सोमकीर्ति (ले०काल सं० १५८५) विशेष—इति यशोधर रास समाप्त । संवत् १५८५ वर्षे सुदि १२ खो। ५६. कमकमल जयमाल २३४-३५ (निर्वाण काण्ड भाषा है) ८७. शत्रुजय चित्र प्रवाड ५८, मनोरथ माला २३६ ८९, सातवीसन गीत कल्याण मुनि २३६-४० १०. पंचेन्द्री बेलि २४०-४२ ६१. संसार सासरयों गीत २४२-४३ १२. रावलियो गीत सिंहनन्दि २४३-४४ ६३. चेतन गीत नंदनदास २४४-४५ १४. चेतन गीत जिनदास २४५ १५. जोगीरासा २४५-४७ (केवल २८ पद तक है। अपूर्ण
SR No.090396
Book TitleRajasthan ke Jain Shastra Bhandaronki Granth Soochi Part 5
Original Sutra AuthorN/A
AuthorKasturchand Kasliwal, Anupchand
PublisherPrabandh Karini Committee Jaipur
Publication Year
Total Pages1446
LanguageHindi
ClassificationCatalogue, Literature, Biography, & Catalogue
File Size30 MB
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