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________________ ० २२१ ur ग्रंथ एव ग्रन्थकार । अंधकार का नाम मथ नाम पंथ सूची की | पंथकार का नाम पत्र सं बौरातीर्थंकरस्तुति ७०० मालिभद्रचौपई जिनचंद्रमूरि- वायत्रघ्नाचौपई क्षमावतीसी जिनदन्तमूरि-- गुस्सारतंत्रएवंसप्तस्मरण ६१६ सर्वारिनिवारणस्तोत्र ६१६ पं० जिनदास चेतनगीत धर्मतगीत ७६२ जिनरंगसूरि-- पद ५८१, ५८५, ६६८ जिनराजसूरि७६४, ७७२, ७७४ | जिनवल्लभसूरि-- ७७ जिनसिंहसूरि-- मुनीश्वरोंकोजयमाल ५७१ | जिनहर्ष ५७६, ६२२, ६५८ ६८३, ७५०, ७६१ राजुलसम्झाय ७५० विनती विवेकजकडी ७२२, ७५० जिनदर्षगरिश-- सरस्वतीजयमाल ६५८ जिनेन्द्रभूषण ७००, जिनेश्वरदास" पाण्डेजिनदास- योगारासा १०५, ६०१ जीवदास जीवणराम-- ६०३, ६२२, ६३६ जीवराम६५२, ७१३, ७१२ जैतराम जैतश्रीमालीरासो जैतसिंह-- जिनदासगोधा-- सुगुरुशतक ३४० ४४७ / जोधराजगोदीकाजिनदास- अठावीसमूलगुणरास ७०७ अनन्तयतरासचौरासोन्मातिमाला ७६५ | ग्रंथ नाम ग्रंथ सची की पत्र सं० धर्मपविशतिका निजामरिण मिच्छादुरड दातकथा समकितविण धर्म सुकुमालस्वामीरास सुभौमचकतिरास कुशलगुटवन ७७६ धमाशालिभद्रास ३६२ नवक्रारमहिमास्तवन ६१शानिभद्रधन्नाचौपई २५३ धग्धरनिमागी ३८७, ७३४ उपदेशछत्तीसी ३२४ ५०१ पद ने मराजुल गीत ६१८ पार्श्वनाथको निगानी ४४८ श्रीपालरास बारहसौनौतीसव्रतवाथा ७६५ नन्दःश्वविधान ४६४ ४४५ पद . ५८० जीवजीससंहार रागमालाके दोहे दशवकालिकगीत ७०० चौमाराधनाउद्योटकथा २२५ गौडोपार्श्वनाथस्तवन जिनस्तुति धर्मसरोवर
SR No.090395
Book TitleRajasthan ke Jain Shastra Bhandaronki Granth Soochi Part 4
Original Sutra AuthorN/A
AuthorKasturchand Kasliwal, Anupchand
PublisherPrabandh Karini Committee Jaipur
Publication Year
Total Pages1007
LanguageHindi
ClassificationCatalogue, Literature, Biography, & Catalogue
File Size19 MB
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