________________
ग्रंथ एव पायकर ग्रंथकार का नाम
|
धर्मकन्नशसूरिधर्मकीति -
५५२
मं धर्मचन्द्र
२१६
ग्रंथ नाम ग्रंथ सूची की | ग्रंधकार का नाम
पत्र से ६८६, ६६६, ७११. नरहरिभट्ट
७१२, ७१३ | नरेन कीर्तिविषापहारस्तोत्र ४२५, ४२५ ४२७, ५६५, ५७२, ५६५, ६०५, ६३३, ६३७, ६४६ सन्देहसमुच्चय ३३८ | नरेन्द्र सेनकौमुदीकथा २१२ पनपुराण सहस्रारिपतपूजा कथाकोश गौतमव मीचरित्र
नागचन्द्रसूरिगोम्मटसारटीका
नागराजसंयोगपंचमीकथा
नागेशभट्टसहस्रनामपूजा ७४७
न गोजामप्रभिधानरत्नाकर २७२
| नादमल्लविदग्धमुखमइन
नारचंद्रनागकुमारचरित्र जिनसहस्रनामपूजा ४८०,५५८ न्यायदीपिका
१३५ | कविनीलकंठशीललनाथपूजा ५४६ प्रायश्चित समुच्चय
मुनिनेत्रसिंहचूलिका टीका ७५, ७८० । नेमिचन्द्रनन्दीश्वरवतोद्यापन YEY | अश्वलक्षण ७५१ बनेमिदत्तसालिहोत्र
३०६ जानाबटीका नरपतिजयचर्या जिदशतटीका
पंथ नाम ग्रंथ सूची की
पत्र संब श्रवणागूषण विद्यमानबोसतीर्थंकर
पूजा ५३५
६५५, ७६३ पद्मावती पूजा ६५५ प्रमागप्रमेयानिका
१३७, ५७५ प्रतिष्ठादीपक रत्नत्रय पूजा सिद्धान्तसारसंग्रह वियापहारस्तोत्रटीका ४१६ पिंगलशास्त्र
३११ सिद्धान्तमंजूषिका
૨૫૦ परिभाषेन्दुशेखर २६१ शाङ्गधरसंहिताटीका ३०६ कभारलसागर २२० ज्योतिषसारसूटिप्पण २८३ नारचन्द्रज्योतिषशास्त्र २८५ नीलकंठलाजिक शब्दशोभा
१६३ | नागर
धर्मचद्ररिणधम दास - धर्मघरधर्मभूषा
२८५
मंदिगुरु
१४.
सप्तनयावबोध द्विसंधानकायका १७२ सुप्रभाताष्टक
नन्दिप्रेण५. नकुल
m
१०८
प० नयविलासनरपतिनरसिंहभट्ट
भौषधदानकथा २१८ मष्टकपूजा कथाकोश (पाराधना
कभर कोश) २१६ जय श्री कथा
२३१
२८५