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। अन्धानुक्रमणिका ग्रन्थ नाम लेखक भाषा पृष्ठ न प्रन्यनाम
लेखक भाश पुन मं षोडपका रणपूजा [पोडस्कार राबतोद्यापन पूजा | शत्रुञ्जयतीर्थरास [शशुञ्जयराम मुमनिसागर ! ५१७, ५.४३, ५१.७
समयसुन्दर (सं०१ ६१७, ७०० षोडपकारगपूजा
- (०) ५१५. | शत्रुतयभाम राजममुद्र (हि.) १६ ५३३, ५४२, ५४३, ५६, ५७४, ५.६४, ५९६ | २१६०२७६, १.६४, ५९२ | अयस्तवन
राजसमुद्र (हि, ६१६ ६.०७, १४, ६५, ७६३
| शनिश्वरदेवको कथा बुशालचन्द्र (हि०) ६८३ षोडशवारगापूजा खुशालचन्द (ह०। १६ शनिश्चरदेवकीकथा शनिश्वर क्या) - (हि.) १६२ षोडशकारण पूजा यानत राय (हि०। ७०५ | ६६४,७११, ७१३, ७१४, ७२३, ७४३, ७८६ षोडशकारगागावना - (पान) | दानिश्चरदृष्टित्रि चार
(सं.) २६३ षोडशवारणभावना पं. सदासुख (हिग०। ८ ' शनिस्तोत्र
(सं.) ४२४ पोउपकारगाभावना - (हि०) ६ शब्दप्रभेद ब धातुप्रभेद श्री महेश्वर ।
सं०) २४७ में पोडशकारगा भावनाजयमाल नथमल
शब्दरल
(सं०) २७७ पोडशकारणभावनाव: न वृत्ति पं० शिवजीज्ञाल (०) ८८ शन्दा पानि
(सं०) २६४ षोडशकारण विधागा पं० श्रध्देय रा०) २२० ।
साब्दरूचिरणी अाचररुचि (०) २६.४
शब्दशोभा ऋषि नीलकंठ २४२, २.४५, २३७
(सं०। २६४
शब्दानुशासन हेमचन्द्राचार्य पोडाकारणविधानकधा मदनकोत्ति (म) ५१४
गन्दानुशासनवृत्ति हेमचन्द्राचार्य (सं.) २६४ षोडशकारणयतकथा खुशालचन्द (हि०) २४४
शारदुत्सवदीपिका [मण्डल विधानपूजा] षोडदाका रणवत कथा - गुत्र.) २४७
सिंहनन्दि (सं०) ५४३ षोडगकारणाप्रतोद्यापगपूजा राजकीनि (सं) ४३
शहरमारोठ की पत्री मुनि मही चन्द (हि.) ५६२ श
शाक्टायनन्यावरग शाकटायन (सं) २६५ माम्बुप्रय म्नप्रबन्ध समयसुन्दरमणि (२) १६.
यान्ति कनाम . शकुनर्विचार
- (i) २६२ शान्तिक रस्तोत्र विद्यासिद्धि (प्रा.) ६८१ र शकुनशास्त्र
शान्तिकरस्तोत्र सुन्दरसूर्य (प्रा०) ४२३ • शकुनाबली
गर्ग (स.) २६२ |
शान्तिकविधान - शाकुनावलो - (सं.) २६२, ६०३ | शान्तिकविधान (वृद्)
(सं०) ५४४ शकुनाबली
अश्वजद (हि.) २६२ | शान्तिकानि अर्हदेव (सं०) ५४४ शकुनावली - (हि०) २६३, ६४३ शान्तिक होमविधि
(सं.) ६४६ शतप्रष्टत्तरी - (हि०) ६८६ | शान्सिघोषणास्तुति
(i) ४१७ शतक -- (सं०) २७७ | शांतिच पूजा
(सं०) ५१७ पाशुञ्जगिरिपूजा भ: विश्वभूपण (सं० ५१३, ५४३ / शांति चक्रमण्डल (चित्र)