SearchBrowseAboutContactDonate
Page Preview
Page 739
Loading...
Download File
Download File
Page Text
________________ गुटका-संग्रह ] [ ६७५ ५५२८. गुटका सं० १२०० ३५७ ० ६४५६ | भाषा-संस्कृत विषय - ज्योतिष | दशा- जीर्ण शं.। विशेष—बीघ्रबोध है । ५५२६. गुटका सं० १४८ ५५३०. गुटका सं० १४६ कार्तिक सुदी है। पूर्ण । दशा- जीर्ण । १. बिहारी सतसई २ बुन्द ३. कांव शीर्ण । १-३५ बिहारीलाल कि ३६-८० ७०८ पद्य हैं। ऐ० काल सं० १८४९ चैत सुदी १० । देवीदास हिन्दी ३६-८० ५५३१. गुटका सं० १५० पत्र सं० १३५ मा ६३४४ इंच | भाषा-संस्कृत हिन्दी । ले० काल पत्र सं० ५५ | प्रा० ७९५ इंच भाषा संस्कृत विषय स्तोत्र संग्रह है | पत्र स० ८६ । भा० १८६१ इंच । भाषा - हिन्दी । ले० काल सं० १८४६ निर्वारकाण्ड है । सं० १८४५ । दशा - जीर्ण शीर्ण । विशेष- लिपि विकृत है । कक्का बत्तीसी, राग चौतरण का दूहा, फूल भीती का हर मादि पाठ है। अधिकांश पत्र खाली हैं । हिन्दी ५५३२. गुदका सं० २५१ पत्र स०१८ | प्रा० ६४ । भाषा - हिन्दी । विशेष --- पदों तथा विमतियों का संग्रह है तथा जैन पचीसी ( नवलराम ) बारह भावना ( दौलतराम ) 13 १. भागवत २. मंत्र अ.दि संग्रह ५५१३. गुटका २०१५ | पत्र सं० १०७ । प्रा० १२८५ ६ व वाषा-संस्कृत हिन्दी | दशा - जीर्ण विशेष -- विभिन्न ग्रन्थों में से छोटे २ पाठों का संग्रह है । पत्र १०७ पर भट्टारक पट्टावलि उल्लेखनीय है । ५५३४. गुटका सं० १५३ । पत्र से० ६० भा० ८५५३ इंच भाषा - हिन्दी संस्कृत विषय संग्रह प्रपूर्ण दशा - सामान्य | विशेष— भक्तामर स्तोत्र, तस्वार्थ सूत्र, पूजाएं एवं पञ्चमंगल पाठ है । ५५३४. गुडका १५४ | पत्र सं० ८६ । ० ६x४ इंच | ले० काल १८७६ । X संस्कृत X # १-८ ६-१२
SR No.090395
Book TitleRajasthan ke Jain Shastra Bhandaronki Granth Soochi Part 4
Original Sutra AuthorN/A
AuthorKasturchand Kasliwal, Anupchand
PublisherPrabandh Karini Committee Jaipur
Publication Year
Total Pages1007
LanguageHindi
ClassificationCatalogue, Literature, Biography, & Catalogue
File Size19 MB
Copyright © Jain Education International. All rights reserved. | Privacy Policy