SearchBrowseAboutContactDonate
Page Preview
Page 348
Loading...
Download File
Download File
Page Text
________________ (३१६) लेखक मन्थ नाम भापा पत्र सं० [ग्रन्थ नाम लेखक भाषा पत्र सं० फर्मदहनवत पूजा - (सं.) ११ | कल्याणमंदिरस्तोत्रभाषा बनारसीदास (हि.) १.२, कर्मदानम्रतमंत्र (मं०) ५१ | ११३, ११५, १२४, १४६, १५३, १५८, १७२, कर्मप्रकृति नेमिचन्द्राचार्य (प्रा०) ३, १३५, १७६ २३८, २६६, ३११. फर्मप्रकृतिवर्णन -- (सं.) , १५३ ! कल्याणमंदिरस्तोत्रभाषा अस्खयराज (हि.) १.२ १५६, १६६, २६६ / कलिकुडपूजा कर्मप्रकृतिविधान बनारसीदास (हि.)४,११९ | कलिक उपाश्वनायपून - (सं.) १९८ कर्मप्रतियों का ब्योरा -- (हि.) * | कलियुग की चीनती ब्रह्मदेव (हि.) १७५ ( क प्रकृति चर्चा) कलियुगचरित फर्मप्रकृति वृत्ति सुमतिकीर्ति (सं.) १७६ करतायतीचरित्र भु वनकीति (हि.) ६७ कर्म छत्तीसी (हि.) १६३ कवित्त पृथ्वीराज चौहाण का - (हि.) १२४ फर्मवसीसी अचलकीर्ति (हि.) ११५ | कवलचन्द्रायण व्रत कथा - (सं.) ८१ कर्मस्वरूपवर्णन अभिनव वादिराज (सं.) ५ कवित्त गिरधर (हि.) १३६ (पं० जगन्नाथ) कवित्त पृथ्वीराज (हि.) १३६ कर्मविपाफरास नजिनदास (हि० गु०) ८१ | कवित खेमदास (हि.) १३७ फर्म हिंडोलना - (हि०) १२८ | कवित्त - (हि०) १३६,२७३ कर्महिंडोलना इर्षकीर्ति (हि.) १६५, २७२ । कनीर की परचई कबीरदास (हि.) २६७ कृष्ण का बारहमासा धर्मदास (हि.) २१ कवीर धर्मदास की दया , (हि.) २६७ कृष्णादास का रासा - हि.) २७७ कविकुलकंठामरण दूलह (हि.) २४ कृष्णारूकमणी बेलि पृथ्वीराज राठौड (हि.) ११८ । कयौ। धनी धर्मदास की माला (हि.) ३.५ कृष्णलीसावर्णन (हिं० ) २८० काजीवतोपापन - (सं.) २०५ कृष्णमालचरित (हि.) २ कार्तिकेयानुप्रेक्षा स्वामी कार्तिकेय (प्रा.) १६१ (२०) ३०२ कार्तिकेयानुप्रता जयचंद छाबड़ा (हि.t) १६] करूणामरन मास्क लच्छीराम (हि.) २७. कामंदकीयनातिसार माषा - (हि.) २३५ (सं.) ११२ काल पौर अन्तर का स्वरूप - (हि) ५ असिषकुठार रामचन्द्र (हि.) २८८ काया पाजी कबीरदास (हि.) २६७ कल्याणकवर्णन मनसुख (अप.) १३. | कालचरित्र कबीरदास (हि.) ३०५ कल्याणमंदिरस्तोत्र कुमुदचंद्राचार्य (सं०) १०१, कालज्ञान ११२, १२२, १२६, १३६, १५६, २३८, २७३, ३१२ | कालिकाचार्य कथानफ भावदेवाचार्य (प्रा.) २२५ कल्याणमंदिरस्तोत्रमाषा -- (हि.) १२२, २६५, ३०1 / किशोरकल्पद्रुम शिक्कवि (हि.) १६६ फरूपाएक
SR No.090394
Book TitleRajasthan ke Jain Shastra Bhandaronki Granth Soochi Part 3
Original Sutra AuthorN/A
AuthorKasturchand Kasliwal, Anupchand
PublisherPrabandh Karini Committee Jaipur
Publication Year
Total Pages413
LanguageHindi
ClassificationCatalogue, Literature, Biography, & Catalogue
File Size8 MB
Copyright © Jain Education International. All rights reserved. | Privacy Policy