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________________ २७८ का का नाम [संग्रह विशेष माषा विषय-सूची दातार सूर संवाद झालीरासो भक्तामरस्तोत्र भाषा सिन्दूरपकरण सामुद्रिक नेमीश्वर को सोदाम! नमीश्वर का वारहमासा बनारसीदास २५५० गुटका नं:२५३ । स्त्र सं. २६० | साइज-६४४३ इत्त । लेखनकाल-त. १८५४ | अपूण एक अशुद्ध | दशा-सामान्य । वेटन नं. २६१०। विषय-सूची कर्ता का नाम भाषा कबीरवाणी कुरदास हिन्दो सेघसमन की प्रवरी अमध्यान सन्तदासजी बारहमासा . .. पदसंग्रह ( कबीर, मीरा आदि कवियों के) -- सानस्वरोदय चरनदास सबद कबीदास बनारसीदास २५५८ गुदका नं० २५४ । पत्र दशा-सामान्य । वेष्टन न , २६११ । ६६७ । साइज-5x इ । लेखनकाल । पूर्ण एवं सामान्य शुद्ध | विषय-सूची वस्तिमंगल विधान कर्ता का नान श्राशावर भाषा विशेष जिनसेनाचार्य पांजलि विधान जिनसहानाम सकलीकरणविधि पूजा संग्रह হালাবি বুল। रत्नत्रयपूजा नंदीश्वरपजा नरेंद्रसेनाचार्य पेन्द्रकीति संस्कृत
SR No.090393
Book TitleRajasthan ke Jain Shastra Bhandaronki Granth Soochi Part 2
Original Sutra AuthorN/A
AuthorKasturchand Kasliwal
PublisherPrabandh Karini Committee Jaipur
Publication Year
Total Pages446
LanguageHindi
ClassificationCatalogue, Literature, Biography, & Catalogue
File Size11 MB
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