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________________ * आमेर भंडार के प्रन्थ * (= ) सम्यक् प्रकृति । (६) पंचगुरुकुपात्र | (१०) तत्रसार | (१०) जन्तुखानि चरित्र ( अपभ्रंश ) रचयिता महाकवि श्री बीर । (११) संबोध पंचासिका ( प्राकृत ) (१२) अनित्य पंचात भाषा । भाषाकार विनु ! (१३) परमार्थ दोहा । रूपचंद कृत ! (१४) श्रीपाल स्तुति | (१२) स्वाध्याय | (१६) बर्द्धमान माती प्राकृत ) (१५) कमष्टिक (१) सुपय दोहावली (१६) अनुप्रेक्षा । १० ईश्वर चन्द्र कृतः (२०) सप्ततवगीत (२१) त्रेपन क्रिया । ब्रह्म गुलाल कृत । (२२) सोलह कारण राम्रो । (२३) मुक्तावली को रासो । (२४) भंवर गीत | (२५). मेघ कुमार राती। (२६) बेलि गीत | (२७) परमार्थ गीत | (२८) भजन संग्रह रूपचंद कृत । (२६) पटपद भजन संग्रह | (३०) भरतेश्वर जयमाल | (३१) परमात्म प्रकाश । (३२) दोहा पाहुड श्री योगीन्द्र विरचित । (३३) श्रावकाचार दोहा | (३४) ढाढसी गाथा | पच्चास...
SR No.090392
Book TitleRajasthan ke Jain Shastra Bhandaronki Granth Soochi Part 1
Original Sutra AuthorN/A
AuthorKasturchand Kasliwal
PublisherRamchandra Khinduka
Publication Year
Total Pages226
LanguageHindi
ClassificationCatalogue, Literature, Biography, & Catalogue
File Size5 MB
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