________________
३८०
लघुविद्यानुवाद
यन्त्र न २४६
इस यन्त्र को भोज पत्र पर अष्टगध से लिखे और पगडी मे अथवा टोपी मे रक्खे तो छत्रधारी । हाता है ।।२४६।।
यन्त्र न २५०
इस यन्त्र को १ लाख बार लिखकर सिद्ध करे । फिर कार्य पडे तब प्रयोग करे ।।२५०।।
यन्त्र न २५१
% 3
am
-
-
-
-
-