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________________ मन्त्र विधि विधि : - इस मन्त्र का एक लक्ष जप करने से आकर्षण होता है । मन्त्र :- ॐ जूं सः अमुकी आकर्षय २ सः जु ॐ । विधि — इस मन्त्र का एक लक्ष जप करने से स्व स्त्री का आकर्षण होता है । स्व पुरुष के लिए करे तो पुरुष भी आकर्षण हो । लघुविद्यानुवाद - ॐ जूं सः प्रमुकं स्तंभय २ ठः ठः सः जु ॐ । - इस मन्त्र का एक लक्ष जप करने से भी स्तम्भन होता है । मन्त्र - - ॐ जूं सः प्रमुकं मोहय २ सः जुं ॐ । विधि - इस मन्त्र का लक्ष जप करने से मोहनी करण होता है । अमुक की जगह साध्य व्यक्ति का नाम लेवे । मन्त्र :- ॐ जूं सः श्रमुकं उच्चाटय २ सः जु ं ॐ ॥ विधि : - इस मन्त्र का एक लक्ष जप करने से उच्चाटन होता है । १७१ - ॐ जूं सः श्रमुकं मारय २ घे घे सः जु ं ॐ । मन्त्र विधि :- इस मन्त्र का एक करोड जप करे । मन्त्र :- ॐ नमो चोटी चीटी चांडाली महाचांडाली प्रमुकं मे वश्य मानय स्वाहा । विधि :- दूध, घी को एक हजार आठ बार होम करे तो वश में होता है । • मन्त्र :- ॐ नमो नगन कोटि श्रा वीर हृ पूरों तोरी आशा तूं पूरों मोरी श्राशा । विधि :- भूने हुए चावल एक सेर, शक्कर १ पाव, घी श्राधा पाव इन सब चीजो को एकत्र करके रखना फिर प्रातःकाल जहाँ चीटियो का बिल है वहाँ जाकर मन्त्र पढता जाय और वह एकत्र करी चीज को थोडी २ चीटियो के बिल पर डालता जाय । इस प्रकार ४० दिन तक करने से तुरन्त रोजगार मिलता है । मन्त्र :- ॐ चंदा मोहन चंदा वेली नगरी माहि पान की चेली नागर वेली की रंग चढ़ प्रजा मेरे पाय पडे । यहाँ नाम देवे ।
SR No.090264
Book TitleLaghu Vidyanuwada
Original Sutra AuthorN/A
AuthorLallulal Jain Godha
PublisherKunthu Vijay Granthamala Samiti Jaipur
Publication Year
Total Pages693
LanguageHindi
ClassificationBook_Devnagari, Philosophy, & Religion
File Size28 MB
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