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अथ संन्यासप्रतिष्ठापन क्रियायां सिद्धभक्तिकायोत्सर्ग
करोमि -
करोमि -
क्रिया-कलापे
अथ संन्यासप्रतिष्ठापनक्रियायां श्रुतिभक्ति कायोत्सर्ग
करोमि -
त्सर्ग करोमि -
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अथ स्वाध्यायप्रतिष्ठापनक्रियायां
करोमि -
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( संन्यासप्रतिष्ठापनं )
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अथ स्वाध्यायप्रतिष्ठापन क्रियायां
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( ' स्तोष्ये संज्ञानानि' इत्यादि )
· श्रुतभक्तिकायोत्सर्ग
( 'सिद्धगुणस्तुति' इत्यादि, अनन्तरं स्वाध्यायः कार्यः ) अथ स्वाध्यायनिष्ठापनक्रियायां
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आचार्यभक्तिकायो
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श्रुतिभक्तिकायोत्सर्ग
संन्यास के अन्त में शान्तिभक्तियुक्त वही क्रिया करना चाहिए अर्थात् क्षपक के स्वर्गवासी हो जाने पर सिद्धभक्ति, श्रुतभक्ति और शान्तिभक्ति पढ़ कर संन्यासक्रिया पूर्ण करना चाहिए। तथा सन्यासप्रतिष्ठापन के दिनों के सिवा अन्य दिनों में बड़ी श्रुतभक्ति और बड़ी आचार्यभक्ति पूर्वक स्वाध्याय स्थापन और बड़ी श्रुतभक्ति पूर्वक स्वाध्यायनिष्ठापन करना चाहिए। तथा जिनने पहले दिन संन्यासवसति में स्वाध्याय की प्रतिष्ठापना की हो वे क्षपक की शुश्रूषा करने वाले यदि अन्यत्र रात्रियोग या वर्षायोग ग्रहण कर लिया हो तो भी वहीं संन्यासवसति में सोवे । तथा जिनने पहले दिन संन्यासवसति में स्वाध्याय ग्रहण न किया हो ऐसे गृहस्थ संन्यास के आरम्भ के दिन में और संन्यास की समाप्ति दिन में सिद्धभक्ति, श्रुतभक्ति और शान्तिभक्ति पूर्वक क्रिया करें |