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________________ विशिष्ट सहयोगी स्व. श्री राजमल जी रिखबचंद जी मेहता एवं स्व. श्रीमती मणीबेन राजमल जी मेहता, पालनपुर पूज्य मातुश्री तथा पिताश्री; आपका हमारे ऊपर बहुत उपकार है। क्योंकि संस्कार सिंचन करने वाले एवं जीवन में धर्म रूप बीज डालने वाले माता-पिता ही होते हैं। हम आपके बहुत-बहुत ऋणी हैं। विनीत-रमणिकलाल राजमल सौ. सुशीलाबहिन रमणिकलाल [श्रीमती सुशीलाबहिन मेहता-पालनपुर स्थानकवासी समाज की अग्रणी महिला हैं। वर्तमान में बालकेश्वर संघ की प्रमुख हैं। बहुत ही उदार दानवीर महिला हैं। उपाश्रय आदि के लिए आपका विशेष योगदान रहता है। श्री नवनीतभाई चुन्नीलाल जी पटेल, अहमदाबाद आपने अनेक स्थानकों के निर्माण में महत्त्वपूर्ण योगदान दिया है। तपस्वियों का सम्मान करने में आपको विशेष रुचि रही है। पार्श्वनाथ कॉर्पोरेशन के आप मैनेजिंग डाइरेक्टर हैं। बरवाला संप्रदाय के आचार्य श्री चम्पक मुनि जी म. के अनन्य भक्त हैं। हरसिद्ध को-ऑपरेटिव बैंक के आप चेयरमेन हैं। अपनी जन्मभूमि सुणाव में होस्पिटल के लिए पाँच लाख रुपये का महत्त्वपूर्ण दान दिया है। नवरंगपुरा, नारायणपुरा, नवा वाडज आदि अनेकों संघों के एवं संस्थाओं के आप ट्रस्टी एवं प्रमुख हैं। आपके पिता श्री चुन्नीलालभाई तथा मातुश्री सूरजबेन भी बहुत ही धर्मपरायण हैं। साधु-साध्वी जी की वैयावच्च हेतु अग्रणी रहते हैं। ____ आगम अनुयोग ट्रस्ट के आप ट्रस्टी हैं। TIIIIIIIIIIIIIIIIIIIIIIIIIIIIIIIIIIIIIIIIIIIIL
SR No.090158
Book TitleDravyanuyoga Part 1
Original Sutra AuthorN/A
AuthorKanhaiyalal Maharaj & Others
PublisherAgam Anuyog Prakashan
Publication Year1994
Total Pages910
LanguageHindi, Prakrit
ClassificationBook_Devnagari, Metaphysics, Agam, Canon, & agam_related_other_literature
File Size32 MB
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