________________
ॐ हीं मनसा कृतापृच्छादत्तग्रहणविरतिमहाव्रत प्रोषधोद्योतनाय नमः।। १।। ॐ हीं मनसा कारितापृच्छादत्तग्रहणविरतिमहाव्रत प्रोषधोद्योतनाय नमः।। २।। ॐ हीं मनसानुमोदितापृच्छादत्तग्रहणविरतिमहाव्रत प्रोषधोद्योतनाय नमः ।। ३।। ॐ हीं वचसा कृतापृच्छादनाहालिगतिमहाव्रत प्रोषधोद्योतनाय नमः ।। ४।। ॐ हीं वचसा कारितापृच्छादत्तग्रहणविरतिमहाव्रत प्रोषधोद्योतनाय नमः।। ५।। ॐ हीं वचसानुमोदितापृच्छादत्तग्रहणविरतिमहाव्रत प्रोषधोद्योतनाय नमः।। ६।। ॐ हीं वपुषा कृतापृच्छादत्तग्रहणविरतिमहाव्रत प्रोषधोद्योतनाय नमः ।। ७।। ॐ हीं वपुषा कारितापृच्छादत्तग्रहणविरतिमहाव्रत प्रोषधोद्योतनाय नमः ।। ८ ।। ॐ हीं वपुषानुमोदितापृच्छादत्तग्रहणविरतिमहाव्रत प्रोषधोद्योतनाय नमः।। ६ ।।
५५ यवतरयाष्टमः प्रकार ३०