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सागर
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यही बात लघुस्नपनमें भी लिखी है । वयुज्ज्वलासतमनोहरपुष्पवीयैः इत्यादि ।
१५३ – चर्चा एकसौ तिरेपनवीं
प्रश्न -- ऊपर नंद्यावर्तक नामका सांथिया लिखा है सो उसका स्वरूप क्या है ?
समाधान - पूजा में नंद्यावर्तक सांथिया लिखा है सो उसका आकार नोचे अनुसार है। वह स्वस्तिक चावलोंसे बनाना चाहिये अथवा किसी रकाबी थाल आदि पात्रोंमें चंदन, केशर आदि गंध इष्यसे लिखना चाहिये । पूजा करनेवालेको पहले स्वस्तिक बनाना चाहिये फिर पूजा करनी चाहिये यह आम्नाय है ।
नंद्यावर्तक
स्वस्तिक वा सांथिया
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