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________________ अध्याय – २५ . ऊर्जा द्वारा शारीरिक रोगों का उपचार-उन्नत तकनीक तथा रंगीन ऊर्जा द्वारा उपचार मस्तिष्क तथा तंत्रिका तंत्र की खराबियां Disorders of the Brain and Nervous System संदर्भ : भाग २, अध्याय ६ तथा ५ और भाग ४, अध्याय १४, क्रम संख्या (३) व (४) सामान्य- General मस्तिष्क और तंत्रिका को 11 और 10 नियंत्रित और ऊर्जित करते हैं। 9 भी मस्तिष्क तथा तंत्रिका तंत्र को प्रभावित और ऊर्जित करता है। bh आतरिक सिर को जाने वाली प्रमुख रक्तनलियों को नियंत्रित और ऊर्जित करता है, जो मस्तिष्क, आंखों, कानों और सिर के अन्दर अन्य अंगों को रक्त उपलब्ध करती हैं। यह बाह्य रक्त नलिकाओं को जो खोपड़ी तथा चेहरे को रक्त उपलब्ध करती हैं, भी नियंत्रित और ऊर्जित करता है। bh समस्त सिर के क्षेत्र को ऊर्जित करता है। , 8, 8' शुद्ध रक्त ले जाने वाली नलियों (carotid arteries) को प्रभावित और ऊर्जित करते हैं। 7 तथा थायमस उच्च चक्रों के और उनसे सम्बन्धित अंगों को नियमन तथा समन्वय करने में सहायता करते हैं। __1, 2 तथा 4 की प्राण ऊर्जा के अंश परावर्तित (transmutation) होकर सिर के चक्रों तथा मस्तिष्क के उपयोग में आती हैं। इसलिए निम्न चक्रों की स्वस्थता पर सिर के चक्रों, मस्तिष्क और सिर के अन्दर के अंगों की स्वस्थता निर्भर करती है। मानवीय शरीर एक वृक्ष के समान है, जिसमें भूमि से पोषककारक तत्त्व वृक्ष को स्वस्थ करने के लिए ऊपर जाते हैं। आंखें और कान 11, 10, 9 द्वारा नियंत्रित और ऊर्जित होते हैं। आंखों के और कानों के अपने-अपने लघु चक्र होते हैं। bh और j समस्त सिर (आंखों और कानों सहित) को नियंत्रित और ऊर्जित करते हैं। गंध का संवेदन 11, 10, 9 तथा । द्वारा, स्वाद का संवेदन 11, 10, 8 तथा । द्वारा और स्पर्श का संवेदन 11, 10 तथा 1 द्वारा नियंत्रित और ऊर्जित होता है।
SR No.090007
Book TitleAdhyatma aur Pran Pooja
Original Sutra AuthorN/A
AuthorLakhpatendra Dev Jain
PublisherZZZ Unknown
Publication Year
Total Pages1057
LanguageHindi
ClassificationBook_Devnagari, Spiritual, & Yoga
File Size15 MB
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