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________________ (ख) C" B, C L- यह अति महत्वूपर्ण है। E 6 GBV (ग) 05/EGV- ये सावधानी से करें। (घ) C 1G~O ER (ङ) आवश्यक्तानुसार सप्ताह में तीन बार उपचार करें। त्वचा की एलर्जी- Skin Allergy (क) रोगी को आराम पहुंचाने के उद्देश्य से C (प्रभावित भाग) GOF E GOR -- सिर, हृदय तथा प्लीहा या इनके नजदीक 0 का उपयोग न करें। (ख) CLu/E Lu (Lub के माध्यम से) GOR- यह रक्त को शुद्ध और पुष्ट करने के लिए है। जब E Lu O करें, तो उंगलियां सिर से दूर इंगित होनी चाहिए। (ग) C E (कम Gyv (घ) C" B, C LIF 6 Gv, इसके स्थान पर अनुभवी और कुशल उन्नतशील उपचारक C (6, LOVE Of GO कर सकते हैं। (ङ) C5EW (च) C1G-O/ER (छ) उपचार सप्ताह में कई बार करें। खारिश- Psoriasis इन रोगियों का गंदा 6, 3 और 1 होता है। भूरी सी गंदी लाल ऊर्जा 6 और 1 की 3 में जाती है। वहां से वह शरीर के अन्य भागों में फैल जाती है। आमतौर पर, यह मूलतः भावनात्मक कारणों से होता है। (क) GS (२) ख) तुरन्त रोगी को आराम पहुंचाने के लिए C (AP) G~0-सिर, हृदय, प्लीहा के ऊपर या इनके समीप ० का प्रयोग न करें। (ग) C" B.CUE 6 GBV- अनुभवी और कुशल उपचारक 6 की सफाई की तकनीक, जो अध्याय ६ के क्रम संख्या १० (२६) में दी गयी है, उसका उपयोग कर सकते हैं। (घ) C 3- यह अति महत्वपूर्ण है। (ङ) c 1 G~O ER
SR No.090007
Book TitleAdhyatma aur Pran Pooja
Original Sutra AuthorN/A
AuthorLakhpatendra Dev Jain
PublisherZZZ Unknown
Publication Year
Total Pages1057
LanguageHindi
ClassificationBook_Devnagari, Spiritual, & Yoga
File Size15 MB
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