SearchBrowseAboutContactDonate
Page Preview
Page 597
Loading...
Download File
Download File
Page Text
________________ (१०) उपचारी देवदूतों की नियुक्ति गंभीर रोगों से पीड़ित व्यक्ति के इलाज के बाद एक देवदूत को रोगी के पास रखने के लिए ईश्वर से निवेदन करें जिससे उपचार की प्रक्रिया में और अधिक गति बनी रहे। इसमें रोगी की स्वीकृति उपचारी देवदूत के कार्य को और आसान कर देती है। इसके लिए उपचारक प्रभु से अपनी स्वयं की अथवा निम्न प्रार्थना कर सकते हैं: ___ "हे प्रभु, उपचारी 'देवदूत की नियुक्ति के लिए और उस देवदूत को रोगी के पूरी तरह ठीक होने तक उसी के पास रुके रहने के लिए आपका धन्यवाद। हे प्रभु, हमें आप पर विश्वास है।" प्रार्थना आदर, नम्रता व अच्छी भावनाओं के साथ की जानी जरूरी है।
SR No.090007
Book TitleAdhyatma aur Pran Pooja
Original Sutra AuthorN/A
AuthorLakhpatendra Dev Jain
PublisherZZZ Unknown
Publication Year
Total Pages1057
LanguageHindi
ClassificationBook_Devnagari, Spiritual, & Yoga
File Size15 MB
Copyright © Jain Education International. All rights reserved. | Privacy Policy