________________ જૈન શાસનના વિચારણીય પ્રશ્નો प.पू. मुनिराज ज्ञानसुंदरजी म.सा. द्वारा लिरिवत साहित्य 1. मूर्तिपूजा का प्राचीन इतिहास 100/ 100/3. हाँ ! मूर्तिपूजा शास्त्रोक्त है 30/4. सिद्ध प्रतिमा मुक्तावली 100/5. क्या जैन धर्म में प्रभु दर्शन - पूजन की मान्यता थी ? 50/___ डॉ. प्रीतमबेन सिंघवी द्वारा लिरिवत / संपादित साहित्य 1. * समत्वयोग 100/2. अनेकांतवाद 100/3. * अनुपेहा 100/4. * आणंदा 50/5. सदयवत्स कथाकनम् 50/6. संप्रतिनृप चरित्रम् 50/7. दान: अमृतमयी परंपरा 310/8. * हिन्दी जैन साहित्य में कृष्ण का स्वरूप 100/9. दोहा पाहुड 50/10. बाराख्ख कवक 50/11. * प्रभुवीर का अंतिम संदेशा 50/12. * दोहाणुपेहा (संपादित) 50/13. * तरंगवती 50/14. नहावर्तनहनवन 50/डॉ. प्रीतमबेन सिंघवी द्वारा अनुवादित साहित्य 1. संवेदन की सरगम 50/2. * संवेदन की सुवास 50/3. * संवेदन की झलक 50/4. * संवेदन की मस्ती 50/5. आत्मकथाएँ (संपादित) 50/* शासन सम्राट (जीवन परिचय) 50/7. * विद्युत सजीव या निर्जीव 50/