________________ धर्म लोजनंदिः समागतः // प्रवेशय पुतं वत्स / हाररदापरो नव // 6 // प्रविश्य श्रेष्टिना जानु रुपाध्यायश्च वंदितः // श्राख्याय पूर्ववृत्तांतं / श्रेष्टिनेदं प्रजल्पितं // 63 // निरूपय निजां होरां / निर्वाहो जाविता न वा // निरूप्य भणितं तेन / भाद्र होरा नजदिका // 64 // यदि वक्षस्यसौ 374 देहि / मे मशकास्थिप्रस्थकं // उत्तरानिलपूतानां / खमितानामुदूखने // 65 // तदा ते संकटं मन्ये / मौन मेवात्र सुंदरं / श्रेष्टी प्राह किमीहदा / बुधिस्तस्य भविष्यति // 66 // इत्युक्त्वाथ गतः श्रेष्टी / ततो मंत्री समागतः // गत्रेणावेदितः सोऽपि / प्रविष्टो नानुमंदिरे // 67 // नानु मंतं नमस्कृत्य / नतो भट्टस्त्रिलोचनः / ततश्चानाणि तेनैव-माशीवादपुरस्सरं / / 60 ।-नंद मंत्रिन धनवान नव ? तुषसाद ततो मंत्री / लब्धाशीः शुधन्तले // कथितश्च स्ववृत्तांतो / यो कृ. तो वणिजा सह // 6 // // युष्मत्पादप्रसादेन / कल्याणं समुपस्थितं / / निरूपय निजां होरां / चि तनिर्वृत्तिहेतवे // 70 // विजाव्य जणितं तेन / सखेदेन दिजन्मना / अपूर्व यदि कल्याएं / मंत्रिन होरा न सुंदरा // 71 / / तेनोचे त्वत्प्रसादेन / सर्व सुस्थं भविष्यति // इत्युक्त्वा च गतो | मंत्री / चर्मकारः समागतः // 12 // गण चणितः सोऽपि / प्रविष्टो रविमंदिरे // दूरस्थेन ततो | A . Jun Gun Aaradhak Trust, P.P.AC.Gunratnasuri M.S.