________________ धर्मः / वलासिज ज नंददविणकयनिवन // बुट्टेही महपावो / पनरं चुप्जिही गंगाए // 17 // पड़ा का तेण धणेणं / पुरं समारित्तु सुजिही रङ // पाडिवन आयरिन / बुट्टेही तब जोगेणं // 17 // नयरे मिम्मायंगी। देवो वरिसिही हो सुजिथं // पमिएणवि कुंजेणं / न किणंता तब होहिं ति // 17 / / पुणरवि सो साहूणं / गोवाडनिसेहणं करेऊणं // मग्गिही निकजागं / अश्बुछो | पावपडिबछो॥१०॥ वायरिज पाडिवजे / कप्पववहारधारने तश्या / संघसहिले महप्पा / सकस्स य देवरन्नस्स // 21 // कालं काजस्सग्गं / अबिही ताव जाव सक्कस्स // होही पासणकं. पो / आगंतू सोवहेसी य // 2 // छासीसो वासाणं / महराया होऊण एवमजे / / गलेही पु ण नयरं / ककीरायत्ति मे कहियं // 23 // सक्केण कक्किपुत्तो। दत्तो प्राणुसासिऊण जिणधम्मे | // उविज सो पुण रऊो / होही जिणसाहुपूयरज // 24 // सो दत्तो महराया। काही जिणनवणमंडियं वसुहं // होहिंति अवहिन / समणा होहिति सुवश्णो // 25 // तश्या इंदवयारे / दिखे धम्मस्स गुरुपहामि // बहुलो जिजत्तो। कहीहि साहूण पूया // 26 // दत्तसुन | जियसत्तु / होही तस्सवि य मेहघोसोति // जिणपूयणग्या लोगा / सक्क्यारेण होहिंति // 27 // P.P.AC.Gunratnasuri M.S. Jun Gun Aaradhak Trust