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आगम संबंधी साहित्य
[भाग-3] उपांग+प्रकीर्णक सूत्रादि-अकारादि
[र-कार + ल-कार ] पूज्य आगमोद्धारकरी संशोधित: मुनि दीपरत्नसागरेण पुन: संकलित: उपांग+प्रकीर्णक सूत्रादि-अकारादिः (आगम-संबंधी-साहित्य)
प्रत
सूत्रांक
सूर्य०/२३
यहां
रा० २०
चं०/२४
देखीए
प्रज्ञा०२२ ॥६ ॥
नि० २६ प्रकी०२७
दीप
क्रमांक
के लिए देखीए
AAMSRMIRACLEAR TAXY
रमणीण दसणं चेष २७-३९६ | राईदिएण तीसं तु रयण के० विरहिया उबट्ट०२२-१२४सू० | रागहोसनियत्तो रयण नेर० के० उब्वाएणं २२-१२३सू० रागहोसपमत्तो रयणप्पभाइकुडनि० २७-९४२ | रागहोसामिहया रयण पु० नेर० ० चक्क २२-२६५सू० | रागहोसारीणं हंता __nam", रयण०२२-२६४सू० | रागबंधं पओसं रयणाई सबरयणे २५-३२ | रागस्स य दोसस्स य रयणिकर णक्खत्ताणं २४-६८ रागं बंधं पोसं रयणिकरदिणकराणं २४-६७ | रागेण गंगदत्तो रयणियर० चारबिसेसेण
२७-२०६७ , न जाणंति य रयणियरदिणयराणं २१-६४ ., व दोसेण व
२७-२०६६
२१-६३ (र)विभोमकोण (ड)दिवसे २७-८९३ रबिससिगहणक्वत्ता २४-५८ रविससिगहनक्खत्ता २१-५४ रायगिह मगह चंपा
२७-१०५६ | रायगिहनिग्गया खलु
२७-५२१ | रायसिरिमुवकसित्ता २७-१४ २७-३७४२ राहु केउविलग्गेसु २७-९१३ २७-१८४७ | रिक्खग्गहतारग्गा २७-१०८० २७-१२८६
२१-७७
२४-८१ | रुक्खा गुच्छा गुम्मा २२-१४ २७-८५ | रुद्दे सेए मित्त " २७-४१२ रुहो उ मुहुत्ताणं २७-५३६ | रुरु कुंडरिया जीरु २७-२४७१ | रूवि० जाव पजबा कइ०२२-११९सू०
२७-१७ | रोगायंकेमु पुणो २७-१४४९ रोहे सेते मित्ते २७-१६९ रोसेणं पडिनिबसेणं २७-२३४८ रोहीडगंमि नयरे
२७-६५४ २२-११३ | लज्जाइ गारवेण
२७-१५१९ २७-२७२३ । लजाइ गारवेण य २७-१३३८
'सवृत्तिक आगम
सुत्ताणि
॥ ६०||
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