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आगम संबंधी साहित्य
[भाग-3] उपांग+प्रकीर्णक सूत्रादि-अकारादि
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प्रत
सूत्रांक
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रा०२० जी०२१ प्रज्ञा०२२ ॥ ४॥
२७-४३८
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अन्भुजुयं विहारं अभिहस्स चंदजोगो अभिहस्स नव मुहुत्ता अभिई छच्च मुहुत्ते अभिई छञ्च मुहुत्ते अमिई सवणो धणिट्ठा . अभिजाइसत्तबिक्कम अभिणं दिए पहले अ अभिनंदद मे हिअयं अभिणंदे सुपइट्ठिय अमरनरवदिए अमरवरेसु अणोवम० अमरिंदनारदमुणिद० अमियगइस्सवि विसओ अमुगंमि इउ काले अमुणिमणपरिकम्मो अम्मापियरो भाया
२७-२५६ | अयलग्गाम कुटुंचिय २७-१६८४ | अलोगे पडिहया सिया २५-२११ | अरईय जाइसूकरो २७-१७२५ | अवए पणए सेवाले २२-४७ २४-७ | अरहंतसिद्धचेश्य
| अवलंबिऊण सत्तं २५-११५ | अरहंता मंगलं मज्झ २७-२४८ | अवसेसा अणगारा २७-१७०६ २७-१०३३ | अरिहंतनमुक्कारो
२७-३५२ अवसेसा णक्खत्ता २५-११४ २५-९० | अरिहंतसरणमलसुद्धि २७-२३ | अवसेसा णक्खत्ता
२५-११८ २७-१२३८ | अरिहंतसिद्धकेवलि
२७-४३४ | अबसेसा नक्खत्ता २७-२०३२ २५-२१ | अरिहंतसिद्धचेदय
२७-३४५ | अवसेसा वारस चेव - २७-२०३६ २७-६१२ | अरिहंतसिद्धसाहु
२७-११ । अविउत्तमल्लदामा २७-१९७५ २४-२३ |अरिहत्तं अरिहंतेमु
अविकलसीलायारा २७-१२७६ २७-५२९ | अरुणसिहं दट्टणं
२७-२७४३ अवियद्धोऽयं जीयो २ ७ १९२ २७-५८२ | अलंबुसा मिस्सकेसी
२५-३५ अविरहिया जस्स मई २७ १३८६ २७-९ | अलिअं सइंपि भणि २७-३७६ अविसुद्धलेस्से भंते! २११०४० २७-९८६ | अलोए पडिहया सिद्धा०२७-१२०९ असणी खलु पढमं
२१८ २७-१३३० | अलोए पडिहया सिद्धा २२-१६० | असद्दहवेयणाए
२७ १५६६ २७-३९९ | अलोगस्स० अचरमस्सा० कयरे० असमत्तसुओवि मुणी २७१४०४ २७-१८८०
२२-१५६सू० | असरीरा जीवघणा उ
XANAA NAANDA
'सवृत्तिक आगम
सुत्ताणि
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