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आगम संबंधी साहित्य
[भाग-3] अंग-सूत्रादि-अकारादि
[ स-कार ] पूज्य आगमोद्धारकरी संशोधित: मुनि दीपरत्नसागरेण पुन: संकलित: अंग-सूत्रादि-अकारादिः (आगम-संबंधी-साहित्य)
प्रत
सूत्रांक यहां देखीए
CRIL
१४ उपा. १५ अंत
दीप
१६ प्रश्न १७ विपा.
क्रमांक
के लिए देखीए
८आ. ९
सूत्राद्यादि. सूत्रे. सूत्रायः सूत्राद्यादि. सूत्रे. सूत्रायः सूत्रामावि. सूत्रे. सूहाथ १० स्था.| हासत्तमस्स उ०पोलासपुरे १४ ३९ | सत्चबिहा वायरवाउकाइया १० ५४७ | सत्त सरा पण्णता १० ५५३ ११ स. सत्तमस्स वग्गस्स उक्खेव०१३ १६१ । सत्तविहा संसारसमावनगा । सच सरा य ततो गामा १० ७६* १२ भ. | सत्त मूलगोचा पण्णत्ता १० ५५१ | जीवा
१० ५६० | सत्त संठाणा पण्णत्ता १०
५४८ | सत्त मूलनया पण्णत्ता १० ५५२ सत्तविहे गणयकमणे
| सत्त सेढीओ पण्णत्ता १० ५८१ ॥१२॥ सत्तमे ण०ओवासंतरे किं गुरु१२ ७४ | | सत्चविहे दसणे
| सत्तहिं छहिं चउचउहि ८ ३४८ सत्तरसविहे असंजमे ११ १७ सत्तविहे वयणविकप्पे १० ५८४ सहि ठाणेहिं ओगाट १० ५५९' सत्त विकहाओ पण्णताओ १० ५६९ | सत्तविहे विणए पण्णचे १० ५८५ सहि ठाणेहिं छउमत्थं १० ५५० सत्तविधा दंडनीती ५५७ | सत्तविहे विभंगण्णाणे १० ५४२ सत्तावीसं अणगारगुणा ११ २७ सचविधा सव्वजीवा १. ५६२ | सत्तसत्तीमयाए णं भिक्खु०११ ४९ सत्तिकगाणि इकस्सरगाणि ८ ३२३नि. | सत्तविधे आउभेदे १० ५६१ सत्त समुग्धाता पण्णत्ता १० ५८६ | सत्तिकगाणि सत्तवि८ २९०नि. सत्तविधे कायकिलेसे
| सत्त सरा उ कओ १० ६३ | सत्थपरिणा अत्थो ८ १३नि. सत्तविधे जोणिसंघ
५४३ | सत्त सरा जीवनिस्सिता १० ४८ । सत्थपरिण्णा लोगविजओ]८ ३१नि सत्तविधे संजमे १० ५७१ | सत्त सराणाभीतो १० ६४५ ।
J११ २०१९
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'सवृत्तिक आगम
॥१२॥
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सुल्ताणि
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