SearchBrowseAboutContactDonate
Page Preview
Page 307
Loading...
Download File
Download File
Page Text
________________ आगम (१५) “प्रज्ञापना" - उपांगसूत्र-४ (मूलं+वृत्ति:) पदं [१७], -------------- उद्देशक: [२], -------------- दारं -],-------------- मूलं [२१९-२२१] पूज्य आगमोद्धारकरी संशोधित: मुनि दीपरत्नसागरेण संकलित..आगमसूत्र-[१५]उपांगसूत्र-[४] "प्रज्ञापना" मूलं एवं मलयगिरि-प्रणीता वृत्ति: प्रत सूत्रांक [२१९-२२१] कण्हलेसाणमित्यादि, सुगम, नवरं लेश्याक्रमेण यथोत्तरं महद्धिकत्वं यथाऽर्वाक अल्पर्द्धिकत्वं भावनीयं, एवं 8 नरयिकतिर्यग्योनिकमनुष्यवैमानिकविषयाण्यपि सूत्राणि येषां यावत्यो लेश्यास्तेषां तावतीः परिभाब्य भावनीयानि ॥ इति श्रीमलयगिरिविरचितायां प्रज्ञापनाटीकायां लेश्यापदस्य द्वितीयोद्देशकः समाप्तः 9809929202090899802 दीप अनुक्रम [४५६-४५८] उक्तो द्वितीय उद्देशकः, सम्प्रति तृतीय-आरभ्यते, तस्य चेदमादिसूत्रम् नेरइए णं भंते ! नेरइएसु उववज्जइ अनेरइए नेरइएसु उववज्जा, गो०1, नेरदए नेरइएसु उववजह नो अनेरइए नेरद्दएसु उववज्जइ, एवं जाव वेमाणियाण । नेरइए णं भंते ! नेरइएहिंतो उबबट्टइ अनेरइए नेरइएहितो उववदृति !, गो, अनेरइए नेरइएहिंतो उवबद्दति णो नेरइए नेरइएहितो उववइ, एवं जाव वेमाणिए, नवरं जोइसियवेमाणिएसु चयर्णति अभिलावो कायहो । से नूर्ण भंते ! कण्हलेसे नेरहए कण्हलेसेसु नेरइएसु उववजति कण्हलेसे उववइ, जल्लेसे उववजइ तल्लेसे उबवट्टइ, हंता गो01, कण्हलेसे नेरइए कण्हलेसेसु नेरइएमु उववज्जति कण्हलेसे उववइ, जल्लेसे उववज्जइ तल्लेसे उववट्टइ, एवं नीललेस्सेचि, एवं काउलेस्सेवि । एवं असुरकुमाराणवि जाव थणियकुमारा, नवरं लेस्सा अब्भहिया, से नूर्ण भंते ! कण्हलेसे पुढविकाइए कण्हलेसेसु पुढविकाइएमु उववज्जति कण्हलेसे उच्चद्वइ जल्लेसे उववजति तल्लेसे उनबद्दति ?, ecemesesese SARERaunihanmational अथ (१७) लेश्या-पदे उद्देश- (३) आरभ्यते ~307~
SR No.035019
Book TitleSavruttik Aagam Sootraani 1 Part 19 Pragyapana Mool evam Vrutti Part 2
Original Sutra AuthorN/A
AuthorAnandsagarsuri, Dipratnasagar, Deepratnasagar
PublisherVardhaman Jain Agam Mandir Samstha Palitana
Publication Year2017
Total Pages514
LanguagePrakrit, Sanskrit
ClassificationBook_Devnagari & agam_pragyapana
File Size109 MB
Copyright © Jain Education International. All rights reserved. | Privacy Policy