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[भाग-०२] श्री आचाराङ्गसूत्रम् भाग-२
नमो नमो निम्मलदंसणस्स पूज्य श्रीआनंद-क्षमा-ललित-सुशील-सुधर्मसागर गुरुभ्यो नम:
__ “आचार" मूलं एवं वृत्ति: मलं + भद्रबाहस्वामी कृत नियुक्ति; + शिलांकाचार्य रचित वत्ति:]
श्रुतस्कन्ध- १, अध्ययन- ३ से ९ एवं श्रुतस्कन्ध- २
[आय संपादक: - पूज्य आगमोद्धारक आचार्यदेव श्री आनंदसागर सूरीश्वरजी म. सा. ]
(किञ्चित् वैशिष्ठ्यं समर्पितेन सह)
पुन: संकलनकर्ता→ मुनि दीपरत्नसागर (M.Com., M.Ed., Ph.D.)
28/07/2017, शुक्रवार, २०७३ श्रावण शुक्ल ५
'सवृत्तिक-आगम-सुत्ताणि' श्रेणि भाग-१
श्री आगमोद्धारक-वाचना-शताब्दी-वर्ष-निमित्त 'आगम-वृत्ति-मुद्रण-प्रोजेक्ट'