________________
परिच्छेद
पृष्ठ
नोध
देवाळू काढनारनी स्थावर जंगम मिलकतनी. डॅाक्टर भट्टाचार्य पासे जैनधर्म शास्त्रनां फरमान विषे
तैयार करावेली. प्रोफेसर गोविंदलाल भट पासे हिंदुधर्म शास्त्रना फरमान विषे तैयार करावेली.
चारित्रना परिणाम
न्हानी उमरना दीक्षा लेवा आवनारना संबंधा. परीक्षा
एक महिनानी मुदत सुघी.
दीक्षाना उमेदवारनी. पुनरुद्धार __ त्यागनो-हिंदुओमां शंकराचार्य कर्यो,
पुरावो
समति माटे केवो होवो जोईए.
पुस्तको
अयोग्य दीक्षा अपाय छे एवो आक्षेप करनारा.
दीक्षितो मेळववाने अधर्मी आचरण थाय छे एवो आक्षेप करनारा. पंन्यास
उपाध्यायनी नीचे. प्रकार
फकीरोना. संन्यासना-हिंदुधर्ममां. संमतिवगर दीक्षा आपी देवानो.
समिति तरफ आवेली सूचनाओनो. प्रतिक्रमण
धर्मनु अने विधिनुं उल्लंघन थतां-करवू. जैन धर्ममां एक आवश्यक क्रिया,
साधुओने पाप लाग्युं होय त्यारे. प्रतिज्ञा
___ लग्ननी. प्रतिबंध
दीक्षाना काममां-१६ वर्षनी उमर सुधी.
Shree Sudharmaswami Gyanbhandar-Umara, Surat
www.umaragyanbhandar.com