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१-८
मंत्राधिराज चिंतामणी-६४ यंत्र सहित गुजराती लांबी प्रस्तावना-साराभाइ नवाब-प्राचीन जैनस्तोत्रसंदोहनो द्वितीय भाग
७-८ अनेकार्थसाहित्यसंग्रह-चतुरविजयजी
२-० काव्यमाला---( सप्तम गुच्छक ) ( जेनी अंदर भक्तामर सिंदुर प्रकरण वगेरे अनेक सुंदर स्तोत्रो छे ) जयंतविजय---(अभयदेवसूरि) प्रभावक चरित्र--(प्रो. हीरानन्द शास्त्री) वाग्भट्टालंकार-(सटीक) (महाकवि वाग्भट्ट ) ०-८ काव्यानुशासन-( सटीक ) ,
०-७ अध्यात्मकल्मद्रुम-मूल मात्र
०-८ ललितविस्तरावृत्ति [सं. सागरानन्दसूरीश्वरजी] ०-१० तत्त्वतरंगिणी बृहसिद्धमभाव्याकरणं
२-८ पुष्पमाला-मलधारी हेमचंद्रकृत स्वोपज्ञटीका ,, तत्त्वार्थटीका हरिभद्रीया बुद्धिसागर विशेषावश्यकटीका (भाग बे) (कोटयाचार्यकृता) , भवभावनावृत्तिः पूर्वार्ध उत्तरार्ध ,,
७-२ कल्पकौमुदी सटीक षोडशकमकरण सटीक
१-८ षडावश्यकसूत्राणि
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