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स्कुशखबर।
श्री रत्नप्रभाकर ज्ञान पुष्पमाला ओफीस मु० फलोधीसे स्वरूप समयमें ६० पुष्प प्रकाशित हो चुके है । कार्य चलु है। (१) जैन सिद्धान्तोंके तत्त्वज्ञानमय शीघ्र बोध भाग १-२
३-४-५-६-७-८-९-१०-११-१२-१३-१४ १५-१६ तैयार है भाग १७-१८-१९-२० छप रहे हैं।
(२) हिन्दी टइप, वडीया कागद, सुन्दर टैटल मय परमा
त्मा सीमंदिरस्वांमिकों कागद, हुन्डी, पेठ, परपेठ और मेझर नामो साथमे तीन निर्नामा लिखोका उत्तर मि दीया गया है।
(३) द्रव्यानुयोग प्रथम प्रवेशिका पाठशालादिको भेट दी
जाती है। इप्त संस्थाने ज्ञानवृद्धि के लिये पुस्तकों कि किंमत बिलकुल कम रखो है और कितनीक पुस्तकों भेट भी देते है ।
पत्ता-श्री रत्नप्रभाकर ज्ञान पुप्पमाला
मुः फलोधी (मारवाड) मुद्रक-मूलचंद किसनदास कापडया, "जैनविजय” प्रि. प्रेस-परत । प्रकाशक-भभूतमल कानुगा, श्रीरत्नप्रभाकर ज्ञान पुष्पमाला कार्यालय, फलोधी (मारवाड)