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श्री रत्नप्रभाकर ज्ञान पुष्पमाला पुष्य नं० ५२
श्री यक्षदेव सूरीश्वर सद्गुरूभ्यो नमः
अथश्री
शीघ्र बोध भाग १६ वां
संग्रहक
श्रीमदुपकेश (कमला) गच्छीय मुनि श्री ज्ञानसुन्दरजी (गयवरचन्दजी) · द्रव्य साहयक और
प्रकाशक:- . शाहा रावतमलजी भभूतमलजी
कानुगाः मु०-फलोधी (मारवाड) 1. प्रथमावृति १०.. बीर संबतू २४४८ ॥
विक्रम संवत् १९७८
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